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आप ऑनलाइन ट्रेडिंग कैसे शुरू कर सकते हैं?

लाखों शौकिया हर साल ऑनलाइन ट्रेडिंग में अपनी किस्मत आजमाते हैं, लेकिन अधिकांश अपनी पूरी क्षमता का एहसास करने में विफल रहते हैं और थोड़ा गरीब और बहुत समझदार हो जाते हैं। एक बात जो सभी असफल व्यक्तियों में समान होती है, वह यह है कि उनके पास अपने पक्ष में पैमाना बनाने के लिए आवश्यक मूलभूत जानकारी का अभाव होता है। लेकिन अगर कोई बाजार के रुझानों का अध्ययन करने के लिए पर्याप्त समय व्यतीत करता है, तो वे अपनी सफलता की बाधाओं को सुधारने के रास्ते पर अच्छी तरह से हो सकते हैं। अधिकांश निवेशक मूल्य परिवर्तन को प्रभावित करने वाले कारकों को समझे बिना संपत्ति खरीदते हैं। बाजारों को प्रभावी ढंग से व्यापार करना सीखना कार्रवाई का एक बेहतर तरीका है।

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क्रिप्टो पर TDS से जुड़े अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

FAQs on TDS on Crypto

जैसा कि आप जानते हैं, भारत सरकार द्वारा हाल ही में जारी नियमों के अनुसार, क्रिप्टो ट्रेड पर अब से 1% TDS लगेगा। ये प्रावधान 1 जुलाई 2022 को भारतीय समयानुसार 00:00 बजे से लागू हो गए हैं। WazirX में हमने इस व्यवस्था का समर्थन करने के लिए अपने सिस्टम को अपग्रेड किया है। इन प्रावधानों का आप पर क्या प्रभाव पड़ेगा और WazirX द्वारा उठाए गए कदमों के बारे में जानकारी आप यहां पढ़ सकते हैं।

और अधिक जानकारी के लिए यह वीडियो देखें:

हालांकि यहां आपके बहुत सारे सवालों के जवाब मिल जाएंगे, यहां नए TDS नियमों के बारे में अक्सर पूछे जाने वाले कुछ प्रश्न दिए गए हैं:

प्रश्न 1: WazirX के माध्यम से क्रिप्टो को खरीदने या बेचने पर TDS के तौर पर कर कटौती कौन करेगा?

WazirX आवश्यक कार्रवाई करेगा!

केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (CBDT) ने स्पष्ट किया है कि जब कोई एक्सचेंज के माध्यम से क्रिप्टो खरीद रहा है (यहां तक कि P2P ट्रांज़ैक्शन के मामले में भी), तो एक्सचेंज द्वारा धारा 194S के तहत कर काटा जा सकता है। सरल तरीके से समझें तो; तकनीकी रूप से, आपको एक खरीदार या विक्रेता के रूप में कुछ भी नहीं करना होगा। WazirX आवश्यक कार्रवाई करेगा।

प्रश्न 2: क्रिप्टो पर कर किस दर से काटा जाएगा?

इस प्रश्न का उत्तर देने के लिए यहां एक सरल तालिका दी गई है:

प्रश्न 3: किसके लिए 5% TDS लागू होगा और क्यों?

आयकर अधिनियम, 1961 की धारा 206AB के अनुसार, यदि आपने पिछले 2 वर्षों में अपना आयकर रिटर्न दाखिल नहीं किया है और इन दो वर्षों में से प्रत्येक में TDS की राशि 50,000 रूपये या अधिक है, तो क्रिप्टो-संबंधित लेनदेन के लिए TDS 5% की दर से काटा जाएगा।

प्रश्न 4: WazirX पर, मैं अपने ट्रेड पर काटे गए कर को कहां देख सकता हूं?

WazirX पर, आप ऑर्डर विवरण पृष्ठ पर TDS के रूप में काटे गए कर की जांच कर सकते हैं। इसके अतिरिक्त, आपकी ट्रेडिंग रिपोर्ट 48 घंटों के बाद TDS विवरण भी दिखाएगी।

प्रश्न 5: क्या मैं किसी सरकारी पोर्टल पर TDS विवरण की जांच कर सकता हूं?

विभाग द्वारा अपडेट किए जाने पर आप अपने फॉर्म 26AS (कर विभाग द्वारा जारी एक संगठित वार्षिक कर विवरण जो स्रोत पर कर कटौती का विवरण दिखाता है) में कर कटौती का विवरण देख सकते हैं।

प्रश्न 6: क्या मैं अन्य TDS की तरह क्रिप्टो TDS का दावा कर सकता हूं?

हां! जब आप संबंधित वित्तीय वर्ष के लिए ITR फाइल करते हैं, तो आप क्रिप्टो ट्रेड्स पर TDS के रूप में कर कटौती का दावा कर सकते हैं।

प्रश्न 7: क्या मुझे नुकसान होने पर भी कर काटा जाएगा?

हां! चाहे आपको लाभ हो या नुकसान, TDS के रूप में कर जहां लागू होगा वहां खरीदे या बेचे जाने वाले प्रत्येक क्रिप्टो के लिए कर काटा जाएगा।

प्रश्न 8: यदि मैं विदेशी मुद्रा, P2P साइट्स और DEX पर व्यापार कर रहा हूं, तो क्या मुझे TDS का भुगतान करना होगा?

हां! आपको पता होना चाहिए कि जो उपयोगकर्ता अंतरराष्ट्रीय एक्सचेंजेस पर ट्रांज़ैक्शन करते हैं जो TDS नहीं काटते हैं, वे स्वयं कर का भुगतान करने के लिए उत्तरदायी हैं। ऐसा करने में विफल रहने पर आप देश के मौजूदा कर कानूनों का अनुपालन नहीं करेंगे।

अस्वीकरण: क्रिप्टोकुरेंसी कानूनी निविदा नहीं है और वर्तमान में अनियमित है। कृपया सुनिश्चित करें कि आप क्रिप्टोकरेंसी का व्यापार करते समय पर्याप्त जोखिम मूल्यांकन करते हैं क्योंकि वे अक्सर उच्च मूल्य अस्थिरता के अधीन होते हैं। इस खंड में दी गई जानकारी किसी निवेश सलाह या वज़ीरएक्स की आधिकारिक स्थिति का प्रतिनिधित्व नहीं करती है। वज़ीरएक्स अपने विवेकाधिकार में इस ब्लॉग पोस्ट को किसी भी समय और बिना किसी पूर्व सूचना के किसी भी कारण से संशोधित करने या बदलने का अधिकार सुरक्षित रखता है।

विश्लेषिकी

विश्लेषिकी खंड में, Olymp Trade विशेषज्ञ अपने फॉरेक्स बाजार विश्लेषण को विभिन्न प्रारूपों जैसे लिखित बाजार समीक्षा, यूट्यूब वीडियो और पॉडकास्ट द्वारा साझा करते हैं। उन्हें देखें, उन्हें खोजें जो आपके लिए सबसे उपयुक्त हों, और नियमित रूप से गुणवत्ता बाजार विश्लेषण के लिए उनका उपयोग करें।

फुटबॉल विश्व चैंपियनशिप के दौरान ट्रेडिंग के अवसर

Ethereum Merge (विलय) से सम्बंधित ट्रेडर्स गाइड

कमोडिटी बाजारों का विस्तार मुद्रास्फीति को बढ़ा रहा है

अमेरिकी फेड द्वारा ब्याज दर में 75bp की वृद्धि, मुद्राएं, स्टॉक, कमोडिटी और क्रिप्टो की प्रतिक्रिया 20.06.2022

वित्तीय बाजारों में अनिश्चितता मुख्य चालक बनी हुई है 13.06.2022

मुद्राएं और स्टॉक मिलेजुले हैं, कमोडिटी उच्च बनी हुई है, क्रिप्टो का अपट्रेंड विफल रहा है 07.06.2022

US डॉलर क्यों बढ़ रहा है और US फेड की क्या योजनाएं हैं?

क्रिप्टो करेंसी फंड के साथ रिटायर होने की योजना है? फिर से विचार करें 31.05.2022

मुद्रास्फीति पर काबू पाने के लिए उच्च ब्याज दरें, ग्रीन जोन में शेयर बाजार 31.05.2022

बढ़ती मुद्रास्फीति, तेल में बढ़त, सोने में गिरावट, और क्रिप्टो बाजार में उथल-पुथल 17.05.2022

एनालिटिक्स (विश्लेषिकी) के बारे में अधिक जानकारी

ट्रेडिंग एनालिटिक्स (विश्लेषिकी) लाभदायक ट्रेडिंग का सार है। बाजारों का विश्लेषण करने, चार्ट पढ़ने और वित्तीय डेटा को समझने का तरीका जानने से ट्रेडिंग के सर्वोत्तम क्षण की पहचान करने में ट्रेडर सक्षम बन जाता है। यह उन्हें यह समझने में भी मदद करता है कि वास्तव में कहाँ निवेश करना है, किन साधन का उपयोग करना है, डील को कब बंद करना है और किन दिशाओं पर नज़र रखना है। प्रारम्भ में, बाजार विश्लेषण मुश्किल लग सकता है, और यही कारण है कि Olymp Trade के विशेषज्ञ हालिया स्टॉक, क्रिप्टो और Forex ट्रेडिंग की खबरों पर अपनी राय और वस्तुगत प्रतिक्रिया साझा करने और मदद करने के लिए यहां उपस्थित हैं।

इस आधिकारिक Olymp Trade ब्लॉग के खंड में, आपको मिलेगा:

  • Olymp Trade के विशेषज्ञों द्वारा तैयार साप्ताहिक ट्रेडिंग एनालिटिक्स जिसका उपयोग आप बेहतर बाजार विश्लेषण और ट्रेडिंग के लिए कर सकते हैं
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  • वर्तमान बाजार की घटनाओं की सूचनात्मक समीक्षा और आगामी घटनाओं के पूर्वानुमान
  • कौन से असेट आपके लिए लाभदायक हैं और किन असेट से सावधान रहना चाहिए, इस पर इनसाइट

इस खंड पर नजर बनाए रखकर, आप ट्रेडिंग में बाजार विश्लेषण की महत्वपूर्ण भूमिका को समझेंगे और हमारे विश्लेषकों द्वारा सावधानीपूर्वक बनाए किए गए उपयोग-हेतु-तैयार सलाह और निष्कर्षों को लागू करने के साथ-साथ इसे निष्पादित करने में सक्षम होंगे।

Scand.Ex द्वारा होस्ट किए गए स्मार्ट ट्रेडर्स बूटकैम्प में शामिल हों

द्वारा बेस्ट ट्रेडर ब्रोकर्स आखरी अपडेट अप्रैल 27, 2021

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एक विशेष ऑनलाइन घटना स्कैंड की शुरूआत को चिह्नित करती है। एक्स

स्कैंडिनेवियाई कैपिटल मार्केट्स और राउंड द क्लॉक ट्रेडर एक विशेष ऑनलाइन को व्यवस्थित करने के लिए हैं event – The Smart Traders Bootcamp, marking the launch of Scand.Ex (Scandinavian Exchange) – a learning portal made by professional traders for traders.

व्यापार रणनीतियों, मनोविज्ञान और बाजार विश्लेषण में दुनिया के अग्रणी विशेषज्ञ इस अनूठी ऑनलाइन घटना में एक साथ आते हैं।

वक्ताओं में जेमी सैटले, योए एलाम, स्टीव वार्ड, डैन ब्लस्टोन, ह्यूग किमुरा, टिम रैकेट, एलेक्स ओंग, एड्रियन स्लैक और बहुत कुछ शामिल हैं।

“We understand the struggle to succeed at trading. You ट्रेडर्स द्वारा हल प्रश्न are not alone! This is why Scand.Ex and Round, the Clock Trader, assembled an elite group of trading professionals to take your performance to the next level”, कहा हुआ माइकल बुचबिंडे आर, स्कैंडिनेवियाई कैपिटल मार्केट में प्रबंध भागीदार।

“यह कार्यक्रम वक्ताओं का एक असाधारण समूह प्रस्तुत करता है। आप अपनी गति से सीखते हैं और अपने क्षेत्रों के प्रमुख विशेषज्ञों के साथ बातचीत करते हैं ” , कहा हुआ डैन बेलस्टोन, स्कैंड.एक्स में मुख्य बाजार रणनीतिकार।

The two-day Scand.Ex Smart Traders’ Bootcamp takes place on Monday and Tuesday – June 29th and June 30th, 2020, from 9.30 am to 8 pm BST.

यह घटना 1000 सहभागियों तक सीमित है, इसलिए अपनी जगह पहले से आरक्षित करना सुनिश्चित करें।

भारतीय अर्थव्‍यवस्‍था

भारत जीडीपी के संदर्भ में वि‍श्‍व की नवीं सबसे बड़ी अर्थव्‍यवस्‍था है । यह अपने भौगोलि‍क आकार के संदर्भ में वि‍श्‍व में सातवां सबसे बड़ा देश है और जनसंख्‍या की दृष्‍टि‍ से दूसरा सबसे बड़ा देश है । हाल के वर्षों में भारत गरीबी और बेरोजगारी से संबंधि‍त मुद्दों के बावजूद वि‍श्‍व में सबसे तेजी से उभरती हुई अर्थव्‍यवस्‍थाओं में से एक के रूप में उभरा है । महत्‍वपूर्ण समावेशी विकास प्राप्‍त करने की दृष्‍टि‍ से भारत सरकार द्वारा कई गरीबी उन्‍मूलन और रोजगार उत्‍पन्‍न करने वाले कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं ।

इति‍हास

ऐति‍हासि‍क रूप से भारत एक बहुत वि‍कसि‍त आर्थिक व्‍यवस्‍था थी जि‍सके वि‍श्‍व के अन्‍य भागों के साथ मजबूत व्‍यापारि‍क संबंध थे । औपनि‍वेशि‍क युग ( 1773-1947 ) के दौरान ब्रि‍टि‍श भारत से सस्‍ती दरों पर कच्‍ची सामग्री खरीदा करते थे और ट्रेडर्स द्वारा हल प्रश्न तैयार माल भारतीय बाजारों में सामान्‍य मूल्‍य से कहीं अधि‍क उच्‍चतर कीमत पर बेचा जाता था जि‍सके परि‍णामस्‍वरूप स्रोतों का द्धि‍मार्गी ह्रास होता था । इस अवधि‍ के दौरान वि‍श्‍व की आय में भारत का हि‍स्‍सा 1700 ए डी के 22.3 प्रति‍शत से गि‍रकर 1952 में 3.8 प्रति‍शत रह गया । 1947 में भारत के स्‍वतंत्रता प्राप्‍ति‍ के पश्‍चात अर्थव्‍यवस्‍था की पुननि‍र्माण प्रक्रि‍या प्रारंभ हुई । इस उद्देश्‍य से वि‍भि‍न्‍न नीति‍यॉं और योजनाऍं बनाई गयीं और पंचवर्षीय योजनाओं के माध्‍यम से कार्यान्‍वि‍त की गयी ।

1991 में भारत सरकार ने महत्‍वपूर्ण आर्थिक सुधार प्रस्‍तुत कि‍ए जो इस दृष्‍टि‍ से वृहद प्रयास थे जि‍नमें वि‍देश व्‍यापार उदारीकरण, वि‍त्तीय उदारीकरण, कर सुधार और वि‍देशी नि‍वेश के प्रति‍ आग्रह शामि‍ल था । इन उपायों ने भारतीय अर्थव्‍यवस्‍था को गति‍ देने में मदद की तब से भारतीय अर्थव्‍यवस्‍था बहुत आगे नि‍कल आई है । सकल स्‍वदेशी उत्‍पाद की औसत वृद्धि दर (फैक्‍टर लागत पर) जो 1951 - 91 के दौरान 4.34 प्रति‍शत थी, 1991-2011 के दौरान 6.24 प्रति‍शत के रूप में बढ़ गयी ।

कृषि‍

कृषि‍ भारतीय अर्थव्‍यवस्‍था की रीढ़ है जो न केवल इसलि‍ए कि‍ इससे देश की अधि‍कांश जनसंख्‍या को खाद्य की आपूर्ति होती है बल्‍कि‍ इसलि‍ए भी भारत की आधी से भी अधि‍क आबादी प्रत्‍यक्ष रूप से जीवि‍का के लि‍ए कृषि‍ पर नि‍र्भर है ।

वि‍भि‍न्‍न नीति‍गत उपायों के द्वारा कृषि‍ उत्‍पादन और उत्‍पादकता में वृद्धि‍ हुई, जि‍सके फलस्‍वरूप एक बड़ी सीमा तक खाद्य सुरक्षा प्राप्‍त हुई । कृषि‍ में वृद्धि‍ ने अन्‍य क्षेत्रों में भी अधि‍कतम रूप से अनुकूल प्रभाव डाला जि‍सके फलस्‍वरूप सम्‍पूर्ण अर्थव्‍यवस्‍था में और अधि‍कांश जनसंख्‍या तक लाभ पहुँचे । वर्ष 2010 - 11 में 241.6 मि‍लि‍यन टन का एक रि‍कार्ड खाद्य उत्‍पादन हुआ, जि‍समें सर्वकालीन उच्‍चतर रूप में गेहूँ, मोटा अनाज और दालों का उत्‍पादन हुआ । कृषि‍ क्षेत्र भारत के जीडीपी का लगभग 22 प्रति‍शत प्रदान करता है ।

उद्योग

औद्योगि‍क क्षेत्र भारतीय अर्थव्‍यवस्‍था के लि‍ए महत्‍वपूर्ण है जोकि‍ वि‍भि‍न्‍न सामाजि‍क, आर्थिक उद्देश्‍यों की पूर्ति के लि‍ए आवश्‍यक है जैसे कि‍ ऋण के बोझ को कम करना, वि‍देशी प्रत्‍यक्ष नि‍वेश आवक (एफडीआई) का संवर्द्धन करना, आत्‍मनि‍र्भर वि‍तरण को बढ़ाना, वर्तमान आर्थिक परि‍दृय को वैवि‍ध्‍यपूर्ण और आधुनि‍क बनाना, क्षेत्रीय वि‍कास का संर्वद्धन, गरीबी उन्‍मूलन, लोगों के जीवन स्‍तर को उठाना आदि‍ हैं ।

स्‍वतंत्रता प्राप्‍ति‍ के पश्‍चात भारत सरकार देश में औद्योगि‍कीकरण के तीव्र संवर्द्धन की दृष्‍टि‍ से वि‍भि‍न्‍न नीति‍गत उपाय करती रही है । इस दि‍शा में प्रमुख कदम के रूप में औद्योगि‍क नीति‍ संकल्‍प की उदघोषणा करना है जो 1948 में पारि‍त हुआ और उसके अनुसार 1956 और 1991 में पारि‍त हुआ । 1991 के आर्थिक सुधार आयात प्रति‍बंधों को हटाना, पहले सार्वजनि‍क क्षेत्रों के लि‍ए आरक्षि‍त, नि‍जी क्षेत्रों में भागेदारी, बाजार सुनि‍श्‍चि‍त मुद्रा वि‍नि‍मय दरों की उदारीकृत शर्तें ( एफडीआई की आवक / जावक हेतु आदि‍ के द्वारा महत्‍वपूर्ण नीति‍गत परि‍वर्तन लाए । इन कदमों ने भारतीय उद्योग को अत्‍यधि‍क अपेक्षि‍त तीव्रता प्रदान की ।

आज औद्योगि‍क क्षेत्र 1991-92 के 22.8 प्रति‍शत से बढ़कर कुल जीडीपी का 26 प्रति‍शत अंशदान करता है ।

सेवाऍं

आर्थिक उदारीकरण सेवा उद्योग की एक तीव्र बढ़ोतरी के रूप में उभरा है और भारत वर्तमान समय में कृषि‍ आधरि‍त अर्थव्‍यवस्‍था से ज्ञान आधारि‍त अर्थव्‍यवस्‍था के रूप में परि‍वर्तन को देख रहा है । आज सेवा क्षेत्र जीडीपी के लगभग 55 प्रति‍शत ( 1991-92 के 44 प्रति‍शत से बढ़कर ) का अंशदान करता है जो कुल रोजगार का लगभग एक ति‍हाई है और भारत के कुल नि‍र्यातों का एक ति‍हाई है

भारतीय आईटी / साफ्टेवयर क्षेत्र ने एक उल्‍लेखनीय वैश्‍वि‍क ब्रांड पहचान प्राप्‍त की है जि‍सके लि‍ए नि‍म्‍नतर लागत, कुशल, शि‍क्षि‍त और धारा प्रवाह अंग्रेजी बोलनी वाली जनशक्‍ति‍ के एक बड़े पुल की उपलब्‍धता को श्रेय दि‍या जाना चाहि‍ए । अन्‍य संभावना वाली और वर्द्धित सेवाओं में व्‍यवसाय प्रोसि‍स आउटसोर्सिंग, पर्यटन, यात्रा और परि‍वहन, कई व्‍यावसायि‍क सेवाऍं, आधारभूत ढॉंचे से संबंधि‍त सेवाऍं और वि‍त्तीय सेवाऍं शामि‍ल हैं।

बाहय क्षेत्र

1991 से पहले भारत सरकार ने वि‍देश व्‍यापार और वि‍देशी नि‍वेशों पर प्रति‍बंधों के माध्‍यम से वैश्‍वि‍क प्रति‍योगि‍ता से अपने उद्योगों को संरक्षण देने की एक नीति‍ अपनाई थी ।

उदारीकरण के प्रारंभ होने से भारत का बाहय क्षेत्र नाटकीय रूप से परि‍वर्तित हो गया । वि‍देश व्‍यापार उदार और टैरि‍फ एतर बनाया गया । वि‍देशी प्रत्‍यक्ष नि‍वेश सहि‍त वि‍देशी संस्‍थागत नि‍वेश कई क्षेत्रों में हाथों - हाथ लि‍ए जा रहे हैं । वि‍त्‍तीय क्षेत्र जैसे बैंकिंग और बीमा का जोरदार उदय हो रहा है । रूपए मूल्‍य अन्‍य मुद्राओं के साथ-साथ जुड़कर बाजार की शक्‍ति‍यों से बड़े रूप में जुड़ रहे हैं ।

आज भारत में 20 बि‍लि‍यन अमरीकी डालर (2010 - 11) का वि‍देशी प्रत्‍यक्ष नि‍वेश हो रहा है । देश की वि‍देशी मुद्रा आरक्षि‍त (फारेक्‍स) 28 अक्‍टूबर, 2011 को 320 बि‍लि‍यन अ.डालर है । ( 31.5.1991 के 1.2 बि‍लि‍यन अ.डालर की तुलना में )

भारत माल के सर्वोच्‍च 20 नि‍र्यातकों में से एक है और 2010 में सर्वोच्‍च 10 सेवा नि‍र्यातकों में से एक है ।

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