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शेयर बाजार (Share Bazaar)

शेयर बाजार क्या है?
शेयर बाजार यानी इक्विटी मार्केट एक ऐसा प्लैटफॉर्म है, जो कंपनियों और निवेशकों को एक-दूसरे से जोड़ता है। कंपनियां पूंजी जुटाने के लिए शेयर बाजार में लिस्ट होती हैं। शेयर बाजार में लिस्टिंग के बाद निवेशक कंपनियों के शेयरों खरीदते -बेचते हैं।
बीएसई और एनएसई
भारत में दो बड़े शेयर बाजार हैं, बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज यानी बीएसई और नैशनल स्टॉक एक्सचेंज यानी एनएसई। बीएसई एशिया का सबसे पुराना शेयर बाजार है। इसकी स्थापना 1895 में की गई थी। एनएसई भारत का सबसे बड़ा और दुनिया का चौथा सबसे बड़ा शेयर बाजार है।
सेंसेक्स और निफ्टी
सेंसेक्स बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज यानी बीएसई का संवेदी सूचकांक है। सेंसेक्स में बीएसई की टॉप 30 कंपनियां शामिल की जाती हैं इसलिए इसे बीएसई 30 (BSE 30) भी कहते हैं। बाजार पूंजीकरण के हिसाब से सेंसेक्स में शामिल 30 कंपनियां बदलती रहती हैं।

Share Market Today, 11 Nov 2022: सेंसेक्स में जबरदस्त उछाल, लाइफटाइम हाई के करीब पहुंचा निफ्टी

Updated Nov 11, 2022 | 10:20 AM IST

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Share Market Today: सेंसेक्स-निफ्टी में जबरदस्त उछाल

Share Market News Today, 11 Nov 2022: महंगाई में कमी से अमेरिका के शेयर बाजार में ढ़ाई साल की सबसे बड़ी तेजी दर्ज की गई है। इसका असर डोमेस्टिक मार्केट पर भी पड़ा। हफ्ते के आखिरी कारोबारी दिन बीएसई सेंसेक्स शुरुआती कारोबार में 1000 अंक से भी ऊपर उछल गया। शुक्रवार को सेंसेक्स की शुरुआत 827.54 अंक (1.37 फीसदी) ऊपर 61441.24 पर हुई। इसी तरह निफ्टी 241.00 अंक (1.इस शेयर में आया जबरदस्त उछाल 34 फीसदी) ऊपर 18269.20 के स्तर पर खुला। 1686 शेयरों में तेजी आई, 364 शेयरों में गिरावट आई और 68 शेयरों में कोई बदलाव नहीं हुआ।

Paytm के शेयरों में दिखी जबरदस्त रिकवरी, करीब 8% तक चढ़े Stock के भाव, ब्रोकरेज फर्म Citi ने दिया 1055 रुपये का टार्गेट

Paytm Stock Price

सिटी ने कहा है कि Bull Case Scenario में यह स्टॉक 1,230 रुपये के स्तर तक पहुंच सकता है जो शेयरों के भाव में 179 फीसदी के उछाल को दिखाता है. वहीं, Bear Case Scenario में यह शेयर 605 रुपये के स्तर तक पहुंच सकता है. यह 37.5 फीसदी की तेजी के अनुमान को दिखाता है.

पेटीएम के शेयरों के भाव
पेटीएम के शेयरों में पिछले एक महीने में 29.21 फीसदी की टूट देखने को मिली है. इसी तरह पिछले छह महीने में ये शेयर 21.80 फीसदी तक टूट चुका है. इस साल में अब तक यह स्टॉक 65.32 फीसदी तक लुढ़क चुका है.

Zee Entertainment के शेयरों में आया जबरदस्त उछाल, Sony Pictures से विलय की घोषणा ने बढ़ाई हलचल

Zee Entertainment के शेयरों में आया जबरदस्त उछाल, Sony Pictures से विलय की घोषणा ने बढ़ाई हलचल

Zee Entertainment ने Sony Pictures के साथ विलय की घोषणा की है.

मनोरंजन क्षेत्र की प्रमुख कंपनी Zee Entertainment ने Sony Pictures Networks के साथ विलय की घोषणा की है, जिसके बाद बुधवार को कंपनी के शेयरों में जबरदस्त उछाल (Zee Share Price) आई. शुरुआती कारोबार में ही कंपनी के शेयरों में अपर सर्किट लग गया. जारी किए गए एक बयान के मुताबिक, विलय के बाद बनी इकाई में सोनी पिक्चर्स की 52.93 प्रतिशत हिस्सेदारी होगी. ज़ी एंटरटेनमेंट और सोनी पिक्चर्स ने बुधवार को कहा कि उन्हें विलय के लिए सैद्धांतिक मंजूरी मिल गई है, जिसके तहत दोनों कंपनियों के लाइनर नेटवर्क, डिजिटल संपत्ति, निर्माण परिचालन और कार्यक्रम लाइब्रेरी को साथ लाया जाएगा. ज़ी एंटरटेनमेंट एंटरप्राइजेस लिमिटेड (जील) के प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्यकारी अधिकारी पुनीत गोयनका विलय के बाद बनी इकाई का नेतृत्व करेंगे.

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बुधवार के कारोबार में शुरुआती कारोबार में ज़ी के शेयरों में 24 फीसदी की उछाल दर्ज हुई, जिसके बाद कंपनी के शेयर 317 रुपये प्रति शेयर के 52 हफ्तों के सबसे ऊंचे स्तर पर पहुंच गये. दोपहर 1.28 बजे कंपनी के शेयर 64.50 अंकों यानी 25.22% की उछाल लेकर 320.20 रुपये प्रति शेयर के लेवल पर थे.

सोनी पिक्चर्स नेटवर्क्स इंडिया (एसपीएनआई) ने एक बयान में कहा कि उसकी मूल कंपनी सोनी पिक्चर्स एंटरटेनमेंट आगे और निवेश करेगी, ताकि एसपीएनआई के पास लगभग 1.575 अरब अमेरिकी डॉलर का नकद अधिशेष हो. एसपीएनआई ने कहा कि संयुक्त कंपनी से सभी हितधारकों को लाभ मिलने की उम्मीद है. सौदे के अनुसार संयुक्त कंपनी में एसपीएनआई के शेयरधारकों की बहुलांश हिस्सेदारी होगी.

जील के अनुसार जील और एसपीएनआई के मौजूदा अनुमानित इक्विटी मूल्यों के आधार पर, जील के पक्ष में सांकेतिक विलय अनुपात 61.25 प्रतिशत है. जील ने आगे कहा, ‘हालांकि, एसपीएनआई में वृद्धि पूंजी के प्रस्तावित निवेश के बाद नई इकाई में जील की हिस्सेदारी 47.07 प्रतिशत और शेष 52.93 प्रतिशत हिस्सेदारी एसपीएनआई के पास रहने की उम्मीद है.'

पूरी दुनिया में भारतीय चाय की डिमांड बड़ी तेज

इसी के चलते पूरी दुनिया में भारतीय चाय की डिमांड भी तेजी से बढ़ी है। वहीं दूसरी ओर चाय की बढ़ती डिमांड को ध्यान में रखते हुए भारत सरकार चाय के उत्पादन को और अधिक बढ़ावा देने में लगी है। देश में चाय के उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए केंद्र सरकार प्रतिबद्ध है। इसके लिए सरकार द्वारा चाय बोर्ड भी गठित किया गया है। चाय बोर्ड के बारे में बताने से पहले हमारे लिए यह जान लेना दिलचस्प होगा कि आखिर भारतीय चाय के निर्यात में कितनी तेजी आई है ?

दरअसल, भारतीय चाय के निर्यात में 96.9 मिलियन किलोग्राम का उछाल देखा जा रहा है। इस क्रम में सरकार के प्रयासों से साल 2022 में ₹2,532 करोड़ से अधिक की चाय का निर्यात हुआ। वहीं 2021 में ₹2,306 करोड़ से अधिक की चाय का हुआ निर्यात हुआ। ये आलम तब है जब दुनिया की सबसे अधिक चाय की खपत केवल भारत में ही होती है। जी हां, देश में लोग चाय कल्चर में जी रहे हैं। तभी तो दिन की शुरुआत चाय से होती है। बेड टी हो या शाम की चाय, अगर लोगों को चाय न मिले तो उन्हें कुछ अधुरा सा लगने लगता है। अब इसमें चाहे घर पर चाय बनाकर पीना हो या किसी चाय की दुकान पर जाकर चाय पीना, इनका एक अलग ही आनंद है।

उच्च गुणवत्ता की श्रेणी में आती है भारत की चाय

ऐसा नहीं है कि चाय के दीवाने सिर्फ भारतीय ही हैं बल्कि भारतीय चाय की चुस्की लेना विदेशियों को भी खूब पसंद है। इसकी वजह भारतीय चाय की उच्च गुणवत्ता है। भारतीय चाय दुनिया की सबसे बेस्ट चाय समझी जाती है। इसकी गुणवत्ता को कायम रखने के लिए भारत सरकार ने चाय बोर्ड का गठन किया है। आइए अब विस्तार से जानते हैं इसके बारे में…

चाय अधिनियम 1953 की धारा (4) के अनुसार 1 अप्रैल, 1954 को एक सांविधिक निकाय के रूप में चाय बोर्ड की स्थापना की गई थी। शीर्ष निकाय के रूप में, यह चाय उद्योग के समग्र विकास इस शेयर में आया जबरदस्त उछाल का ध्यान रखता है। बोर्ड की अध्यक्षता एक अध्यक्ष द्वारा की जाती है और इसमें भारत सरकार द्वारा नियुक्त 30 सदस्य होते हैं जो कि चाय उद्योग के विभिन्न वर्गों का प्रतिनिधित्व करते हैं। बोर्ड का प्रधान कार्यालय कोलकाता में स्थित है और दो क्षेत्रीय कार्यालय उत्तर-पूर्व क्षेत्र में असम के जोरहाट में और तमिलनाडु में कुन्नूर में दक्षिण क्षेत्र में है। इसके अलावा, सभी प्रमुख चाय उत्पादक राज्यों और चार महानगरों में 18 क्षेत्रीय कार्यालय फैले हुए हैं।

चाय के प्रचार के लिए विदेशी कार्यालय भी किए स्थापित

चाय के प्रचार के उद्देश्य से, तीन विदेशी कार्यालय लंदन, दुबई और मास्को में स्थित है। छोटे क्षेत्र की विकासात्मक जरूरतों को पूरा करने के लिए जिसमें राष्ट्रीय चाय उत्पादन का एक तिहाई से अधिक हिस्सा होता है, रिपोर्ट इस शेयर में आया जबरदस्त उछाल के तहत वर्ष के दौरान अलग निदेशालय की स्थापना की गई है। इस निदेशालय के तहत सभी क्षेत्रों में 71 उप क्षेत्रीय कार्यालय खोले गए हैं, जहां छोटे उत्पादकों को उत्पादकों के साथ घनिष्ठ संबंध बनाए रखने और छोटे क्षेत्र से उत्पादित चाय की उत्पादकता और गुणवत्ता में सुधार लाने की दिशा में उत्पादकों को विकास और विस्तार सेवाएं प्रदान करने के लिए केंद्रित किया गया है।

चाय बोर्ड के कार्यों और जिम्मेदारियों में उत्पादन और उत्पादकता बढ़ाना, चाय की गुणवत्ता में सुधार लाना, बाजार संवर्धन और बागान श्रमिकों के लिए कल्याणकारी उपाय और अनुसंधान और विकास का समर्थन करना शामिल है। सभी हितधारकों के लिए सांख्यिकी जानकारी का संग्रह, एकत्रीकरण और प्रसार अभी तक बोर्ड का एक और महत्वपूर्ण कार्य है। नियामक निकाय होने के नाते, बोर्ड उत्पाद अधिनियम के तहत अधिसूचित विभिन्न नियंत्रण आदेशों के माध्यम से उत्पादकों, निर्माताओं, निर्यातकों, निर्यातकों, चाय दलालों, नीलामी आयोजकों और गोदाम के रखवालों पर पर नियंत्रण रखता है।

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