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निकट से मध्यम अवधि में शेयर बाजार में उथल

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Multibagger Stocks: शेयर बाजार में उथल-पुथल के बाद भी इन शेयरों ने दिया 100% से अधिक रिटर्न, जानिए इनका कारोबार

Multibagger Stocks Update: बीएसई के 8 शेयरों ने बाजार की अस्थिरता में भी अच्छा रिटर्न दिया है. इनमें से कुछ मल्टीबैगर साबित हुए हैं. इन मल्टीबैगर्स शेयरों ने 2022 में 100 प्रतिशत से अधिक रिटर्न दिया.

By: ABP Live | Updated at : 26 May 2022 12:28 PM (IST)

Multibagger Stocks News: वैश्विक अस्थिरता, यूक्रेन पर रूस के हमले, महंगाई (Inflation) से जुड़ी चिंताओं और दुनियाभर के बड़े सेंट्रल बैंकों की ब्याज दरों में सख्ती के बीच यह साल अब तक भारतीय शेयर बाजार के लिए अच्छा नहीं रहा है. इस साल अब तक सेंसेक्स करीब 8 प्रतिशत टूटा है. बावजूद इसके बीएसई में शामिल 8 शेयर ने निवेशकों को दमदार रिटर्न दिया है. इन्होंने इस साल यानी 5 महीने से भी कम की अवधि में अपने निवेशकों को 100 प्रतिशत से अधिक का रिटर्न दिया है.

हालांकि, इनमें से अधिकतर शेयर अभी भी अपने 52 हफ्ते की ऊंचाई से कम के दाम पर मिल रहे हैं. हम आपको बेहतरीन रिटर्न देने वाले ऐसे शेयर के बारे में बता रहे हैं, जिनका मार्केट कैप 5,000 करोड़ रुपये से ज्यादा है. खास बात यह है कि इनमें से अधिकतर शेयर ऐसे हैं, जिनमें कमजोर प्वाइंट की तुलना में मजबूत प्वाइंट काफी ज्यादा है. मतलब यह कि इन कंपनियों का फंडामेंटल मजबूत है. आइए हम इन शेयरों पर नजर डालते हैं.

अदानी पावर

2022 में अब तक इस शेयर में करीब 212 प्रतिशत की बढ़ोतरी देखने को मिली है. 31 दिसंबर 2021 को यह शेयर 100 रुपये पर था, जबकि 25 मई 2022 को यह 299.30 रुपये पर बंद हुआ. यह शेयर 343.80 रुपये के अपने 52 वीक हाई से अभी भी 10 प्रतिशत नीचे नजर है.

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चेन्नई पेट्रोलियम

2022 में अब तक इस शेयर में भी 200 प्रतिशत की बढ़ोतरी देखने को मिली है. 31 दिसंबर 2021 को यह शेयर 103 रुपये पर नजर आ रहा था, जबकि 25 मई, 2022 को यह शेयर 294.35 रुपये पर बंद हुआ. यह शेयर 345 रुपये के अपने 52 वीक हाई से अभी भी 11 प्रतिशत नीचे नजर आ रहा है.

च्वाइस इंटरनेशनल

2022 के दौरान अब तक इस शेयर में 164 प्रतिशत से अधिक की बढ़ोतरी देखने को मिली है. 31 दिसंबर, 2021 को यह शेयर 127 रुपये पर था, जबकि 25 मई, 2022 को यह शेयर 341.30 रुपये पर बंद हुआ. यह शेयर ने अपने 52 हफ्ते का नया हाई बनाया है.

क्रेसेन्डा सोल्युशन्स लिमिटेड

2022 के दौरान अब तक इस शेयर में 295 प्रतिशत की बढ़ोतरी देखने को मिली है. 31 दिसंबर, 2021 को यह शेयर 6 रुपये पर था, जबकि 25 मई, 2022 को यह शेयर 26.55 रुपये पर बंद हुआ. यह शेयर 51.20 रुपये के अपने 52 हफ्ते की ऊंचाई से अभी भी करीब 100 प्रतिशत नीचे है.

गुजरात मिनरल डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन

इस साल अब तक इस शेयर में 121 प्रतिशत की तेजी देखने को मिली है. 31 दिसंबर, 2021 को यह शेयर 74 रुपये पर मिलता था, जबकि 25 मई, 2022 को यह शेयर 131.75 रुपये पर बंद हुआ. हालांकि आज बुधवार को इसमें 19.05 प्रतिशत की जोरदार गिरावट आई है. यह निकट से मध्यम अवधि में शेयर बाजार में उथल शेयर 228.50 रुपये के अपने 52 वीक हाई से अभी भी काफी नीचे नजर आ रहा है.

डिस्क्लेमर: (यहां मुहैया जानकारी सिर्फ़ सूचना हेतु दी जा रही है. यहां बताना ज़रूरी है की मार्केट में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है. निवेशक के तौर पर पैसा लगाने से पहले हमेशा एक्सपर्ट से सलाह लें. ABPLive.com की तरफ से किसी को भी पैसा लगाने की यहां कभी भी सलाह नहीं दी जाती है.)

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Published at : 26 May 2022 12:28 PM (IST) Tags: Money Share Market multibagger हिंदी समाचार, ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें abp News पर। सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट एबीपी न्यूज़ पर पढ़ें बॉलीवुड, खेल जगत, कोरोना Vaccine से जुड़ी ख़बरें। For more related stories, follow: News in Hindi

शेयर बाजार में अगले हफ्ते गिरावट जारी रहेगी या लौटेगी तेजी? जानिए, क्या कह रहे हैं मार्केट एक्सपर्ट

मार्केट एक्सपर्ट का कहना है कि मंथली डेरिवेटिव एक्सपायरी के चलते इस सप्ताह शेयर बाजारों में उतार-चढ़ाव रह सकता है। इसके साथ ही वैश्विक रुझानों के साथ-साथ कंपनियों के तिमाही नतीजें बाजार को प्रभावित करेंगे।

Edited by: India TV Paisa Desk
Published on: April 24, 2022 17:10 IST

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Highlights

  • मंथली डेरिवेटिव एक्सपायरी के चलते उतार-चढ़ाव रहने की संभावना
  • एचडीएफसी लाइफ, बजाज ऑटो, अंबुजा सीमेंट, एक्सिस बैंक के नतीजे आएंगे
  • विदेशी निवेशकों की चाल पर भी बाजार की दिशा तय होगी

नई दिल्ली। बीते निकट से मध्यम अवधि में शेयर बाजार में उथल हफ्ते भारतीय शेयर बाजार में बड़ा उतार-चढ़ाव देखने को मिला। अंतिम कारोबारी दिन यानी शुक्रवार को सेंसेक्स 714 अंक गिरकर बंद हुआ। ऐसे में सोमवार निकट से मध्यम अवधि में शेयर बाजार में उथल से शुरू हो रहे कोराबारी सप्ताह में बाजार की चाल कैसी रहेगी इसको लेकर निवेशकों में उहापोह की स्थिति हैं। अगर, आप भी बाजार की चाल को लेकर सशंकित हैं तो हम विशेषज्ञों की राय के हवाले से आपको बता रहे हैं कि सोमवार से शेयर बाजार की चाल कैसी रह सकती है। आइए, जानते हैं कि अगले हफ्ते बाजार की चाल को लेकर विशेषज्ञों का क्या कहना है?

मंथली एक्सपायरी के चलते उथल-पुथल की संभावना

मार्केट एक्सपर्ट का कहना है कि मंथली डेरिवेटिव एक्सपायरी के चलते इस सप्ताह शेयर बाजारों में उतार-चढ़ाव रह सकता है। इसके साथ ही वैश्विक रुझानों के साथ-साथ कंपनियों के तिमाही नतीजें बाजार को प्रभावित करेंगे। विदेशी निवेशकों के रुझान पर भी नजर रखेगी। विशेषज्ञों का कहना है कि अमेरिकी फेड द्वारा ब्याज दरों में बढ़ोतरी के ऐलान के बाद सोमवार से बाजार की शुरुआत कमजोर हो सकती है। यानी बाजार में गिरावट देखने को मिल सकती है।

कंपनियों के नतीजे पर बहुत कुछ निर्भर

स्वास्तिका इन्वेस्टमार्ट लिमिटेड के अनुसंधान प्रमुख, संतोष मीणा ने कहा कि बाजार सोमवार को आईसीआईसीआई बैंक के निकट से मध्यम अवधि में शेयर बाजार में उथल परिणामों पर प्रतिक्रिया देगा जबकि एचडीएफसी लाइफ, बजाज ऑटो, एचयूएल, अंबुजा सीमेंट, एक्सिस बैंक, बजाज फिनसर्व, वेदांत, इंडसइंड बैंक, मारुति सुजुकी, अल्ट्राटेक सीमेंट और विप्रो के नतीजे अगले सप्ताह आएंगे। ये भी बाजार की धारणा को प्रभावित करेंगे। अगर, कंपनियों के नतीजे बेहतर रहें तो बाजार में तेजी देखने को मिलेगी अन्यथा बाजार में कमजोरी आ सकती है। मीणा ने कहा कि एफआईआई भारतीय इक्विटी बाजार में लगातार बिकवाली कर रहे हैं और अमेरिका में आक्रामक दरों में बढ़ोतरी की चिंताओं के बीच उनकी चाल भारतीय बाजार के लिए महत्वपूर्ण होगा।

वैश्विक बाजार की चाल का भी असर होगा

मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज लिमिटेड के खुदरा अनुसंधान प्रमुख सिद्धार्थ खेमका ने कहा कि एफआईआई द्वारा लगातार बिकवाली और कुछ दिग्गजों के कमजोर नतीजों ने बाजार पर दबाव बढ़ा दिया है। इसके साथ ही अमेरिकी फेड के ब्याज दरों में बढ़ोतरी का ऐलान, बढ़ती महंगाई और बॉन्ड प्रतिफल, धीमी आर्थिक विकास, यूक्रेन में लंबे समय तक युद्ध और अस्थिर कच्चे तेल की कीमतें बाजारों पर नकारात्मक असर डालेंगे।

निवेशकों को क्या करना चाहिए?

जूलियस बेयर के कार्यकारी निदेशक, मिलिंद मुछला ने कहा कि निवेशक बाजार में आने वाले तिमाही नतीजों की घोषणा का इंतजार करेंगे। ऐसे में छोटे निवेशकों को अभी वेट एंड वाच करना चाहिए। बाजार गिरने पर निवेश करने से बचना चाहिए। मुछला ने कहा, इसके अलावा, भू-राजनीतिक स्थिति और आपूर्ति श्रृंखला चुनौतियों के कारण बढ़ी हुई कमोडिटी की कीमतों की आसन्न चिंताओं और यूएस फेड द्वारा कठोर बढ़ोतरी की बढ़ती उम्मीदों के साथ, बाजार में निकट अवधि में बड़ा उतार-चढ़ाव देखी जा सकती है। इसके अलावा, रूस-यूक्रेन संकट पर अपडेट जैसे वैश्विक संकेत, और चीन की COVID स्थिति भी निवेशकों के रडार पर रहेगी।

सिप और एसटीपी से निवेश का साल रहेगा 2019, जानिए क्यों

निकट से मध्यम अवधि में शेयर बाजार में उथल-पुथल रह सकती है.

investment

रुपये ने भी वापसी की है. यह अच्छी खबर है. भारतीय मुद्रा डॉलर के मुकाबले 74 के स्तर से मजबूत होकर 70 के स्तर पर पहुंच गई है. बॉन्ड यील्ड के घटने से भी अर्थव्यस्था पर दबाव कम हो रहा है. दूसरे व्यापक आर्थिक कारक भी वित्तीय स्थिरता की तरफ इशारा कर रहे हैं.

निकट से निकट से मध्यम अवधि में शेयर बाजार में उथल मध्यम अवधि में शेयर बाजार में उथल-पुथल रह सकती है. देखा गया है कि चुनावी वर्षों के दौरान वित्तीय बाजारों में अमूमन अस्थिरता रहती है. पहले भी 2004, 2009 और 2014 के चुनावी समर में शेयर बाजार में निवेशकों को भरपूर मौके मिले थे. ऐसे वक्त में निवेश की सबसे अच्छी रणनीति सिस्टेमैटिक इंवेस्टमेंट होती है. इसकी मदद से शेयरों को जुटाया जा सकता है.

हमारा मानना है कि 2019 सिप और एसटीपी के जरिए सिस्टेमैटिक तरीके से शेयरों को जुटाने का वर्ष होगा. ऐसा करते हुए भावनाओं को दूर रखना होगा. इस तरह का शेयरों को जुटाने का चरण अक्सर तेजी से पहले आता है. लेकिन, इस दौरान संयम को बनाए रखने की जरूरत होगी. बाजार चढ़ने पर इसका फायदा होगा.

इस तरह के दौर का उदाहरण 2010 से 2013 तक का वक्त है. इस दौरान शेयर बाजार एक दायरे में कारोबार कर रहे थे. जो निवेशक इस अवधि में पैसा लगाते रहे, उन्हें आने वाले वर्षों 2014 से 2017 के बीच भरपूर लाभ हुआ. इस दौरान बाजार ने सरपट दौड़ लगाई.

इन सबके बीच निवेशकों को कुछ चीजों को लेकर सतर्क रहने की जरूरत है. ब्याज दरों पर अमेरिका के केंद्रीय बैंक फेडरल रिजर्व का रुख देखना होगा. इसमें नरमी आने पर भारतीय बाजारों में तेजी देखी जा सकती है. इसके साथ शेयरों को जुटाने का दौर भी खत्म होगा.

इन सभी बातों को देखते हुए कहा जा सकता है कि यह समय स्मॉलकैप, मिडकैप और वैल्यू फंडों में सिप शुरू करने या इसे जारी रखने का है. एकमुश्त निवेश करने वाले निवेशक बैलेंस्ड एडवांटेज फंड और इक्विटी सेविंग्स फंड पर दांव लगा सकते हैं. इस तरह के फंडों का निवेश इक्विटी और डेट दोनों में होता है. इस तरह बाजार के हालात बिगड़ने पर इनसे कुछ हद तक सुरक्षा मिलती है.

डेट में अस्थिरता से लाभ उठाने वाली डायनेमिक ड्यूरेशन स्कीम में पैसा लगाया जा सकता है. इसके अलावा लो ड्यूरेशन फंड और एक्रुअल स्कीमें भी ठीक विकल्प हैं.

Master (3)

शंकरन नरेन आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल फंड निकट से मध्यम अवधि में शेयर बाजार में उथल में सीआईओ हैं.

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Russia-Ukraine से गुड न्यूज आते ही रॉकेट हो जाएंगे ये 5 शेयर, अभी खरीदने का मौका

Stock Market Investment Tips: रूस-यूक्रेन के बीच लड़ाई का असर दुनियाभर के शेयर बाजारों पर देखने को मिल रहा है. हालांकि, एक्सपर्ट्स अब भी फंडामेंटली मजबूत शेयरों पर दांव लगाने की सलाह देते हैं.

प्रतीकात्मक तस्वीर

aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 06 मार्च 2022,
  • (अपडेटेड 06 मार्च 2022, 5:37 PM IST)
  • फंडामेंटली मजबूत स्टॉक में लगा सकते हैं पैसे
  • चुनाव नतीजों का शेयर बाजार पर होगा असर

रूस-यूक्रेन के बीच जंग (Russia-Ukraine War) के चलते शेयर मार्केट में उथल-पुथल जारी है. युद्ध की वजह से मार्केट सेंटिमेंट काफी लो है. दूसरी ओर, रूस पर लगने वाले आर्थिक प्रतिबंधों (Economic Sanctions on Russia) के इकोनॉमी पर इम्पैक्ट की वजह से सेंटिमेंट पर और अधिक असर दिख सकता है. एक्सपर्ट्स के मुताबिक सोमवार से शुरू हो रहे बिजनेस वीक में निकट से मध्यम अवधि में शेयर बाजार में उथल भी भारी उतार-चढ़ाव का दौर जारी रह सकता है.

चुनाव नतीजों का भी होगा असर

शेयर बाजार में निवेश करने वालों की निगाहें रूस-यूक्रेन संकट (Russia-Ukraine crisis) के साथ-साथ 10 मार्च के चुनाव परिणामों पर भी लगी रहेंगी. 10 मार्च को उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, गोवा, पंजाब और मणिपुर के विधानसभा चुनावों के निकट से मध्यम अवधि में शेयर बाजार में उथल नतीजे घोषित होंगे. इसका असर भी अगले सप्ताह शेयर बाजार में ट्रेडिंग पर देखने को मिलेगा.

पैसा कहां लगाएं?

कई एनालिस्ट्स कह रहे हैं कि यह शेयर बाजार में पैसे लगाने का सही समय है लेकिन रिटेल इंवेस्टर्स का सवाल है कि किन शेयरों में पैसे लगाए जाने चाहिए. यह एक कठिन सवाल है क्योंकि इस समय फंडामेंटली कमजोर स्टॉक में पैसे लगाने पर आपको बड़ा घाटा हो सकता है.

इन शेयरों में लगा सकते हैं पैसे

CNI Research Ltd के सीएमडी किशोर ओस्तवाल (KISHOR OSTWAL) के मुताबिक उथल-पुथल वाले समय में फंडामेंटली मजबूत स्टॉक में पैसा लगाना फायदेमंद साबित होता है. उन्होंने इस कड़ी में पांच ऐसे स्टॉक के नाम सुझाए, जो आने वाले समय में अच्छा परफॉर्म कर सकते हैं. आइए देखते हैं उन शेयरों की लिस्टः

1. Tata Power: यह शेयर इस वीक भी एक्सपर्ट्स का फेवरिट बना हुआ है. इसकी वजह है इस शेयर के मजबूत फंडामेंटल्स. शुक्रवार को शेयर बाजार बंद होने के समय NSE पर Tata Power के एक शेयर का दाम 221.50 रुपये पर रहा था.

2. Axis Bank: यह शेयर भी Top picks में बना हुआ है. यह शेयर शुक्रवार को लाल निशान के साथ 713.75 रुपये पर बंद हुआ था लेकिन एक्सपर्ट्स को उम्मीद है कि आने वाले समय में यह स्टॉक अच्छा परफॉर्म कर सकता है.

3. Tata Motors: यह स्टॉक पिछले कुछ समय में एक्सपर्ट्स का फेवरिट Pick बन गया है. एनालिस्ट्स के मुताबिक लॉन्ग टर्म में यह शेयर अच्छा रिटर्न देगा. इस शेयर की कीमत शुक्रवार को 418.40 रुपये पर थी.

4. NALCO: रूस-यूक्रेन जंग की वजह से अल्यूमीनियम के दाम पर प्रेशर बढ़ा है. इस वजह से निकट से मध्यम अवधि में शेयर बाजार में उथल इस सरकारी कंपनी के शेयर का भाव चढ़ने की उम्मीद की जा रही है. कंपनी के एक शेयर का प्राइस शुक्रवार को 123 रुपये पर रहा था.

5. Bajaj Consumers: बजाज ग्रुप की कंपनियों के शेयर निवेशकों को अच्छा रिटर्न देने के लिए जाने जाते रहे हैं. कंज्यूमर इलेक्ट्रॉनिक्स सेग्मेंट का यह शेयर आने वाले दिनों में रॉकेट बन सकता है. शुक्रवार को इस शेयर का भाव 162.30 रुपये पर रहा था.

ओस्तवाल ने इनके अलावा IndusInd Bank, Hindustan Copper, Vipul Organics, GVK Engineering और Mahindra and Mahindra Finance जैसे शेयरों पर दांव लगाने की सलाह दी.

(नोटः यहां दिए गए स्टॉक ऑप्शन एक्सपर्ट्स द्वारा सजेस्ट किए हुए हैं. किसी भी स्टॉक में निवेश से पहले अपने फाइनेंशियल प्लानर की राय जरूर लें.)

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