ऑनलाइन एजुकेशन के लिए यह एक विश्वसनीय प्लेटफ़ॉर्म है जिसकी शुरुआत हार्वर्ड और MIT ने मिलकर की है. यहां से अब तक 20 मिलियन लर्नर्स मनचाहे ऑनलाइन कोर्सेज पूरे कर चुके हैं. यहां से कोई सूटेबल ई-कॉमर्स ऑनलाइन कोर्स पूरा करने पर आप अपना ई-कॉमर्स सोतरे और ऑनलाइन बिजनेस सफलतापूर्वक चलाने के लिए बिजनेस मैनेजमेंट और मार्केटिंग स्ट्रेटेजीज सीख सकेंगे. एड्क्स के ये सभी कोर्सेज भी फ्री ऑफ़ कॉस्ट हैं. एड्क्स के प्रमुख फ्री ऑनलाइन ई-कॉमर्स कोर्सेज निम्नलिखित हैं:
आज की पॉजिटिव खबर: मनीष लॉकडाउन में नौकरी जॉइन नहीं कर सके तो ई-कॉमर्स ऐप लॉन्च किया, 3 महीने में 1.5 करोड़ टर्नओवर
बिहार के मधुबनी के रहने वाले मनीष कुमार मरीन इंजीनियर हैं। उनके पास अच्छी खासी नौकरी का ऑफर था, लेकिन पिछले साल कोरोना के दौरान जब उन्होंने रिटेलर्स और कस्टमर्स की दिक्कतें देखीं तो हाइपर लोकल मार्केटिंग ई कॉमर्स प्लेटफ़ॉर्म कि मार्केटिंग करें ई कॉमर्स प्लेटफ़ॉर्म कि मार्केटिंग करें को लेकर काम करना शुरू किया। उन्होंने इसी साल अगस्त में पटना में एक स्टार्टअप की शुरुआत की। इसके जरिए वे बेहद कम वक्त में ब्रांड के साथ-साथ कस्टमर्स को भी उनकी जरूरत के प्रोडक्ट ई कॉमर्स प्लेटफ़ॉर्म कि मार्केटिंग करें मुहैया करा रहे हैं। अभी उनके पास हर दिन अच्छी संख्या में ऑर्डर्स आ रहे हैं। महज तीन महीने में उन्होंने 1.5 करोड़ से ज्यादा का बिजनेस किया है।
24 साल के मनीष कहते हैं कि साल 2019 में इंजीनियरिंग करने के बाद मैं 6 महीने की ट्रेनिंग पर चला गया। 6 महीने तक शिप पर रहा, काफी कुछ सीखने को मिला, बढ़िया नौकरी का भी ऑफर था। मैं काफी खुश था। ट्रेनिंग बाद पटना लौट आया, लेकिन फिर वापस नहीं जा सका, क्योंकि तब कोरोना के चलते देशभर में लॉकडाउन लग गया था। लिहाजा उन्हें पटना ही रहना पड़ा।
Affiliate Marketing in Hindi एफिलिएट मार्केटिंग क्या है
एफिलिएट मार्केटिंग की हिंदी होगी संबद्ध विपणन मगर हम यहाँ Affiliate Marketing शब्द का ही प्रयोग करेंगे। एक विज्ञापन मॉडल जिसमें एक कंपनी ट्रैफ़िक प्राप्त करने के लिए तीसरे पक्ष के प्रकाशकों यानी थर्ड पार्टी पब्लिशर्स को मुआवजा देती है जिससे कंपनी के उत्पादों और सेवाओं को ग्राहक मिल सकें उसे Affiliate Marketing कहते हैं। थर्ड पार्टी पब्लिशर्स को एफिलिएट्स कहते हैं जो कि कमीशन के बदले कंपनी को ग्राहक मिलने में सहायता करते हैं।
इंटरनेट ने Affiliate Marketing के महत्व को बढ़ा दिया है। Amazon और Flipkart जैसी कंपनियों ने Affiliate Marketing कार्यक्रम बनाकर इसे लोकप्रिय बनाया। इसके तहत वेबसाइट और ब्लॉगर्स को कमीशन मिलता है। वे अपनी साइट पर विभिन्न उत्पादों की समीक्षा या चर्चा करते हैं साथ ही उस उत्पाद के लिए Amazon और Flipkart जैसी कंपनियों के उत्पाद का लिंक डालते हैं। इस अर्थ में Affiliate Marketing ऐसा Marketing कार्यक्रम है जहां बिक्री का कार्य एक विशाल नेटवर्क में आउटसोर्स किया जाता है।
वेबसाइट्स पर विज्ञापन
ई-कॉमर्स व्यापारी जो कि अधिक से अधिक इंटरनेट उपयोगकर्ताओं तक पहुंचना चाहता है वह Affiliate बना सकता हैं। Affiliate के पास कई वेबसाइट या ईमेल मार्केटिंग की लिस्ट हो सकती है। जिसके पास जितनी अधिक वेबसाइट या ईमेल की लिस्ट हैं उसका उतना ही बड़ा नेटवर्क होगा। फिर यह Affiliate Partner अपने नेटवर्क पर ई कॉमर्स प्लेटफ़ॉर्म कि मार्केटिंग करें ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म पर बिकने वाले उत्पादों का प्रचार करता है। Affiliate अपनी वेबसाइटों पर बैनर एड, टैक्स्ट एड या लिंक लगा कर या अपने ग्राहकों को ईमेल भेज कर उन उत्पादों को खरीदने के लिए प्रेरित ई कॉमर्स प्लेटफ़ॉर्म कि मार्केटिंग करें करता है। Affiliate किसी सेवा या उत्पाद की तरफ दर्शकों का ध्यान आकर्षित करने के लिए लेख, वीडियो और इमेज के रूप में विज्ञापनों का उपयोग करते हैं।
Affiliate की साइट पर जब आगंतुक ई-कॉमर्स साइट के इन लिंक या विज्ञापनों में से किसी एक पर क्लिक करते हैं तो वे उस पेज पर पहुंच जाते हैं जहां संबंधित उत्पादन बिक्री के लिए उपलब्ध है। यदि वे उस उत्पाद या सेवा को खरीदते हैं, तो ई-कॉमर्स व्यापारी संबद्ध Affiliate के खाते में कमीशन डाल देता है जो कि आमतौर पर बिक्री मूल्य का 5% से 10% हो सकता है।
मर्चेंट और Affiliate दोनों के लिए फायदेमंद
Affiliate Marketing के उपयोग करने का लक्ष्य बिक्री को बढ़ाना है – व्यापारी और Affiliate दोनों को इससे लाभ होता है। अधिकतर कमीशन इंप्रेशन या क्लिक पर नहीं दी जाती अपितु सेल होने पर ही दी जाती है। क्योंकि तकनीक का इस्तेमाल करके झूठे क्लिक्स भी लगाये जा सकते हैं इसलिए कंपनियां केवल सेल होने पर ही कमीशन देतीं हैं।
Affiliate Marketing के टर्म एंड कंडीशन पढ़ और समझ लेने चाहिएं क्योकि यह बहुत कड़े होते हैं। आप किसी गलत तकनीक का प्रयोग करके लिंक पर विजिटर नहीं भेज सकते। कुछ Affiliate ई कॉमर्स प्लेटफ़ॉर्म कि मार्केटिंग करें Marketing Programme यह भी निर्धारित करते हैं कि जहां लिंक दिया गया है वहां के लेख की सामग्री कैसी होगी। धोखाधड़ी की संभावनाओं को कम करने के लिए ही Affiliate Marketing के टर्म एंड कंडीशन सख्त रखे जाते हैं।
Affiliates उन उत्पादों के लिए एडवर्ड्स नहीं चला सकते जिन पर कंपनी पहले से खुद का एडवर्ड्स चला रही है। इन सब संभावनाओं को देखते हुए Affiliate Marketing के नियम सख्त रखे ई कॉमर्स प्लेटफ़ॉर्म कि मार्केटिंग करें जाते हैं। इसके कारण कई बार इस बिजनेस में सफलता प्राप्त करना कठीन हो जाता है। आपकी साइट के विजिटर उन उत्पादों में कितनी रुचि रखते हैं इसका भी ध्यान रखना चाहिए।
Open Network For Digital Commerce क्या है | ONDC क्या है?
केंद्र सरकार ने डिजिटल कॉमर्स के लिए ओपन नेटवर्क की शुरुआत की है पुरे विश्व स्तर पर एक अलग पहल है यह एक ऐसा प्लेटफार्म होगा जो कि खरीददार और बेचने वाले को एक दूसरे से ऑनलाइन रूप में जुड़ने का सबसे सरल और आसान मार्ग प्रदान करेगा वह एक दूसरे से ऑनलाइन लेनदेन कर पाएंगे
ONDC की शुरुआत उद्योग संवर्धन और आंतरिक व्यापार विभाग ने की है यह डिजिटल कॉमर्स को बढ़ाने के लिए डिजिटल कॉमर्स को केंद्रीकरण ई-कॉमर्स जो प्लेटफार्म है उनको एकीकृत मतलब में एक जगह एकत्रित करने का कार्य भारतीय गुणवत्ता परिषद को सौंपा गया है
Open Network For Digital Commerce के फायदे
ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर जो खरीदने वाले लोग हैं परेशान होते हैं और जो बेचने वाले लोग हैं वह भी परेशान होते हैं बात करें कि जो खरीदने वाले लोग हैं वह क्यों परेशान हो रहे हैं तो वह लोग इसलिए परेशान है क्योंकि अभी भी ऑनलाइन मार्केट में बहुत सारी वैरायटी देखने को नहीं मिल रही है उन्हें ऑनलाइन में अमेजॉन और फ्लिपकार्ट पर एक ही सेलर के ज्यादा से ज्यादा प्रोडक्ट देखने को मिलते हैंऔर उसी तरह से अगर आप कोई प्रोडक्ट ऑफलाइन खरीदने जाते हो तो आपको वही प्रोडक्ट ऑनलाइन से महंगे दामों में मिलते हैं
मान लेते हैं कि कोई टी-शर्ट जो मार्केट में ₹300 का है तो ऑनलाइन में उसे 250 का बेचा जा रहा है इसमें क्या होता था कि जो ऑनलाइन सेलर है वह बड़ी-बड़ी कंपनियों से थोक में माल खरीद के उन्हें बहुत ही रीजनेबल प्राइस पर बेच रहे थे लेकिन नुकसान तो रिटेलर जो ऑफलाइन बैठे हुए हैं क्योंकि उन्हें 250 का नहीं मिल रहा तो उतने में उन्हें बेचेंगे कैसेतो इस तरह से बहुत सारे नुकसान को देखते हुए गवर्नमेंट डिसीजन लिया और एक प्रोजेक्ट लेकर आए जिसका नाम दिया Open Network For Digital Commerce
मर्चेंट और Affiliate दोनों के लिए फायदेमंद
Affiliate Marketing के उपयोग करने का लक्ष्य बिक्री को बढ़ाना है – व्यापारी और Affiliate दोनों को इससे लाभ होता है। अधिकतर कमीशन इंप्रेशन या क्लिक पर नहीं दी जाती अपितु सेल होने पर ही दी जाती है। क्योंकि तकनीक का इस्तेमाल करके झूठे क्लिक्स भी लगाये जा सकते हैं इसलिए कंपनियां केवल सेल होने पर ही कमीशन देतीं हैं।
Affiliate Marketing के टर्म एंड कंडीशन पढ़ और समझ लेने चाहिएं क्योकि यह बहुत कड़े होते हैं। आप किसी गलत तकनीक का प्रयोग करके लिंक पर विजिटर नहीं भेज सकते। कुछ Affiliate Marketing Programme यह भी निर्धारित करते हैं कि जहां लिंक दिया गया है वहां के लेख की सामग्री कैसी होगी। धोखाधड़ी की संभावनाओं को कम करने के लिए ही Affiliate Marketing के टर्म एंड कंडीशन सख्त रखे जाते हैं।
Affiliates उन उत्पादों के ई कॉमर्स प्लेटफ़ॉर्म कि मार्केटिंग करें लिए एडवर्ड्स नहीं चला सकते जिन पर कंपनी पहले से खुद का एडवर्ड्स चला रही है। इन सब संभावनाओं को देखते हुए Affiliate Marketing के नियम सख्त रखे जाते हैं। इसके कारण कई बार इस बिजनेस में सफलता प्राप्त करना कठीन हो जाता है। आपकी साइट के विजिटर उन उत्पादों में कितनी रुचि रखते हैं इसका भी ध्यान रखना चाहिए।
Affiliate Marketing के लिए ध्यान रखने योग्य बातें
किस प्रॉडक्ट के लिंक लगायें
आप अपने विजिटर की पसंद और अपने ब्लॉग के विषय के अनुसार ही लिंक लगायें। जैसे कि यदि आपका योगा और डाइट का ब्लॉग है तो वहाँ एयरलाइन्स का Affiliate लिंक काम नहीं करेगा। इसके बजाये एयरलाइन्स का Affiliate लिंक किसी ट्रेवेल ब्लॉग पर बेहतर रिजल्ट देता है।
प्रॉडक्ट का रिव्यू
जिस प्रॉडक्ट का लिंक लगा रहे हैं उसी का रिव्यू लिखें, उस प्रॉडक्ट को ख़ुद प्रयोग करें और उसकी वास्तविक समीक्षा करें, इमेज लगायें और साथ ही उस प्रॉडक्ट का लिंक दें। आप यूट्यूब पर भी रिव्यू दे कर ई कॉमर्स प्लेटफ़ॉर्म कि मार्केटिंग करें प्रॉडक्ट का लिंक लगा सकते हैं।
शुरू करने से पहले स्टडी करें
अपने पाठकों को जानें और उनसे कम्यूनिकेशन रखें। जिस प्रॉडक्ट का लिंक लगा रहे हैं उसकी जानकारी रखें। सब कुछ स्टडी करने के बाद ही इसे शुरू करें। यदि सफलता ना मिले तो प्रॉडक्ट बदल कर देखें।
कोर्सेरा के ई-कॉमर्स कोर्सेज
कोर्सेरा एक सुप्रसिद्ध इंटरनेशनल वेबसाइट है जिससे करोड़ों स्टूडेंट्स अपने मनचाहे कोर्सेज फ्री ऑफ़ कॉस्ट सफलतापूर्वक पूरे कर रहे हैं. कोर्सेरा आपके लिए 1400 से अधिक कोर्सेज ऑफर कर रहा है. कोर्सेरा पर स्टूडेंट्स के लिए स्टडी मटीरियल और असाइनमेंट्स भी उपलब्ध हैं. कोर्सेरा के प्रमुख ई-कॉमर्स कोर्सेज निम्नलिखित हैं:
- मार्केटिंग इन ए डिजिटल वर्ल्ड
- सप्लाई चेन मैनेजमेंट: ए लर्निंग पर्सपेक्टिव
- बिजनेस ग्रोथ स्ट्रेटेजी
- ब्रांड एंड प्रोडक्ट मैनेजमेंट
- बिल्ड एन ई-कॉमर्स डैशबोर्ड विद फिग्मा
एलिसन के ई-कॉमर्स कोर्सेज
आयरलैंड में स्थित एलिसन भी आपके लिए फ्री ऑनलाइन ई-कॉमर्स कोर्सेज ऑफर कर रहा है ताकि आप ऑनलाइन ट्रांजेक्शन वर्क को सीख सकें और महत्त्वपूर्ण ई-कॉमर्स कॉन्सेप्ट्स के बारे में आपको अच्छी जानकारी मिल जाए. ये कोर्सेज आपको अपने ऑनलाइन स्टोर से अधिकतम कमाई करने के तरीके भी सिखायेंगे. एलिसन ई कॉमर्स प्लेटफ़ॉर्म कि मार्केटिंग करें के प्रमुख ई-कॉमर्स कोर्सेज निम्नलिखित हैं:
- इंट्रोडक्शन टू ई-कॉमर्स
- ई-कॉमर्स एंड सेलिंग ऑनलाइन
- ई-कॉमर्स वेब स्ट्रेटेजी
- बिल्डिंग एन ऑनलाइन बिजनेस
- हाउ टू क्रिएट योर फर्स्ट वेबसाइट
उडेमी के ऑनलाइन ई-कॉमर्स कोर्सेज
यह संसार बेहतरीन ऑनलाइन प्लेटफ़ॉर्म है जहां आपके लिए 10 हजार से अधिक कोर्सेज फ्री ऑफ़ कॉस्ट या बहुत ही कम फीस पर उपलब्ध हैं. आप भी यहां से मनचाहा ई-कॉमर्स कोर्स ऑनलाइन कर सकते हैं. उडेमी पर उपलब्ध कुछ खास ई-कॉमर्स कोर्सेज निम्नलिखित हैं:
यह कोर्स सभी लेवल्स के स्टूडेंट्स के लिए है जिसकी फीस इन दिनों मात्र 700 रुपये है. इस कोर्स की कुल अवधि 20 घंटे हैं और इसमें 83 लेक्चर्स शामिल हैं.
- ओपन कार्ट3 – कम्पलीट प्रोजेक्ट प्रोफेशनल ई-कॉमर्स कोर्स
यह कोर्स बिगनर्स के लिए है और इसमें कुल 9 घंटे की अवधि के 91 लेक्चर्स शामिल हैं. इस कोर्स की फीस भी 700 रुपये है.
इस कोर्स की फीस भी 700 रुपये, अवधि 1.5 घंटे और कुल 10 लेक्चर्स शामिल हैं.
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