बिटकॉइन में निवेश करने का सबसे आसान तरीका जानिये हिंदी में।

Crypto Currency में निवेश का है इरादा, तो जान लें इनकी ट्रेडिंग पर लगती है कौन-कौन सी फीस

भारत में निवेशकों के बीच क्रिप्टोकरेंसी का जादू सिर चढ़ कर बोल रहा है। दुनिया भर में क्रिप्टोकरेंसी को अपनाने के मामले में यह दूसरे नंबर पहुंच गया है। दुनिया भर में निवेशकों के बीच क्रिप्टो करेंसी में निवेश को लेकर आकर्षण बढ़ रहा है। इसमें क्रिप्टो करेंसी एक्सचेंज के जरिए ट्रेडिंग होती है। इस एक्सचेंज पर मौजूदा मार्केट वैल्यू के आधार क्या बिटकॉइन में निवेश करना सही है पर क्रिप्टो करेंसीज को खरीदा-बेचा जाता है। जहां इनकी कीमत डिमांड और सप्लाई के हिसाब से तय होती है। जिस तरह से स्टॉक एक्सचेंज पर शेयर खरीदे और बेचे जाते हैं, वैसे ही क्रिप्टो करेंसी एक्सचेंज पर एक निश्चित प्राइस पर क्रिप्टो करेंसी खरीद सकते हैं और जब प्रॉफिट मिले तो बेच सकते हैं। स्टॉक एक्सचेंज की तरह ही क्रिप्टो करेंसी एक्सचेंज पर भी ट्रेडिंग के लिए फीस चुकानी होती है। इसलिए अगर आपने क्रिप्टो करेंसी में निवेश करने की सोच रहे हैं, तो पहले इनकी ट्रेडिंग पर लगने वाली तीन तरह की ट्रांजैक्शन फीस के बारे में जरूर जान लें। आज हम इसी बारे में बात करेंगे। तो चलिए शुरू करते है।

एक्सचेंज फीस

क्रिप्टो खरीद या बिक्री ऑर्डर को पूरा करने के लिए एक्सचेंज फीस चुकानी होती है। भारत में अधिकतर क्रिप्टो करेंसी एक्सचेंज का फिक्स्ड फीस मॉडल है, लेकिन ट्रांजैक्शन की फाइनल कॉस्ट उस प्लेटफॉर्म पर निर्भर होती है जिस पर ट्रांजैक्शन पूरा हुआ है। ऐसे में इसे लेकर बेहतर रिसर्च करनी चाहिए कि कौन सा क्रिप्टो करेंसी एक्सचेंज सबसे कम ट्रांजैक्शन फीस ले रहा है। फिक्स्ड फीस मॉडल के अलावा क्रिप्टो एक्सचेंज में मेकर-टेकर फी मॉडल भी है। क्रिप्टो करेंसी बेचने वाले को मेकर कहते हैं और इसे खरीदने वाले को टेकर कहते हैं। इस मॉडल के तहत ट्रेडिंग एक्टिविटी के हिसाब से फीस चुकानी होती है ।

नेटवर्क फीस

क्रिप्टोकरेंसी माइन करने वालों को नेटवर्क फीस चुकाई जाती है। ये माइनर्स शक्तिशाली कंप्यूटर्स के जरिए किसी ट्रांजैक्शन को वेरिफाई और वैलिडेट करते हैं और ब्लॉकचेन में जोड़ते हैं। एक तरह से कह सकते हैं कि कोई ट्रांजैक्शंन सही है या गलत, यह तय करना इन माइनर्स का काम है। एक्सचेंज का नेटवर्क फीस पर सीधा नियंत्रण नहीं होता है। अगर नेटवर्क पर भीड़ बढ़ती है यानी अधिक ट्रांजैक्शन को वेरिफाई और वैलिडेट करना होता है तो फीस बढ़ जाती है। आमतौर पर यूजर्स को थर्ड पार्टी वॉलेट का प्रयोग करते समय ट्रांजैक्शन फीस को पहले से ही सेट करने की छूट होती है। लेकिन एक्सचेंज पर इसे ऑटोमैटिक एक्सचेंज द्वारा ही सेट किया जाता है ताकि ट्रांसफर में कोई देरी न हो। जो यूजर्स अधिक फीस चुकाने के लिए तैयार हैं, उनका ट्रांजैक्शन जल्द पूरा हो जाता है और जिन्होंने फीस की लिमिट कम रखी है, उनके ट्रांजैक्शन पूरा होने में कुछ समय लग सकता है। माइनर्स को इलेक्ट्रिसिटी कॉस्ट और प्रोसेसिंग पॉवर के लिए फीस दी जाती है।

वॉलेट फीस

क्रिप्टो करेंसी को एक डिजिटल वॉलेट में रखा जाता है। यह वॉलेट एक तरह से ऑनलाइन बैंक खाते के समान होता है जिसमें क्रिप्टो करेंसी को सुरक्षित रखा जाता है। अधिकतर वॉलेट में क्रिप्टो करेंसी के डिपॉजिट और स्टोरेज पर कोई फीस नहीं ली जाती है, लेकिन इसे निकालने या कहीं भेजने पर फीस चुकानी होती है। यह मूल रूप से नेटवर्क फीस है। अधिकतर एक्सचेंज इन-बिल्ट वॉलेट की सुविधा देते हैं।

क्रिप्टो वॉलेट्स सिस्टमैटिक क्रिप्टो करेंसी खरीदने का विकल्प देते हैं और इसके इंटीग्रेटेड मर्चेंट गेटवे के जरिए स्मार्टफोन व डीटीएस सर्विसेज को रिचार्ज कराया जा सकता है।

तो दोस्तों ये हमने आज बात की इन 3 चार्जेज की जो आपको चुकाने होंगे जब आप क्रप्टो में डील करेंगे।

भारत में Bitcoin का फ्यूचर क्या है | Future of Bitcoin in India in Hindi

इस आर्टिकल हम जानेगे की bitcoin या यु कहो की क्रिप्टो करेंसी का भारत में क्या भविष्य है और भारत सरकार ,इस क्रिप्टो करेंसी को कब लागु करेगी तो क्या bitcoin सुरक्षित है क्या हमें bitcoin में निवेश करना चाहिए इन तमाम सवालो के जवाब हमने इस आर्टिकल के माध्यम से बताया है तो आइये जानते है भारत में Bitcoin का फ्यूचर क्या है.

Table of Contents

भारत में Bitcoin का फ्यूचर क्या है (Future of Bitcoin in India in Hindi)

दोस्तों भारत में अभी पूरी तरह क्रिप्टो को रेगुलेट नहीं किया गया है जब तक सरकार क्रिप्टो को लेकर कोई बिल पास नहीं करेगी और क्रिप्टो को लेकर कोई कानून नहीं बनाएगी तब तक bitcoin जैसे अन्य क्रिप्टो करेंसी भारत में लागु नहीं हो सकती है ,भारत सरकार क्रिप्टो करेंसी को लेकर काफी समय से विचार विमर्श कर रही है विशेषज्ञ की माने तो क्रिप्टो निवेश की द्रष्टि से इन्वेस्टर को फ़ायदा का सौदा साबित हो सकता है और अभी भारत में क्रिप्टो इन्वेस्टर की संख्या करोड़ो में है चुकी पूरी दुनिया में क्रिप्टो करेंसी यानि की bitcoin को Transaction और अन्य कामो के लिए इस्तेमाल किया जा रहा है.

भारत सरकार bitcoin को लागु क्यों नहीं क्या बिटकॉइन में निवेश करना सही है कर रही :

भारत सरकार जब तक क्रिप्टो पर कोई कानून नहीं लती तब तक क्रिप्टो करेंसी भारत में लागु नहीं हो सकती क्योकि क्रिप्टो decentralize करेंसी है और इस क्या बिटकॉइन में निवेश करना सही है करेंसी पर सरकार का कोई कण्ट्रोल नही होता है इस पर सरकार क्रिप्टो को लाने के पहले इसके भविष्य में होने वाले इस्तेमाल को लेकर विचार विमर्श करेगी तभी इसे पूरी तरह लागु करेगी.

telegram 1

क्या bitcoin सुरक्षित है :

bitcoin एक क्रिप्टो करेंसी है ना इसे छु सकते है ना ही देख सकते है यह एक डिजिटल करेंसी है यह नोट और सिक्के की तरह सॉलिड नहीं है बात करे bitcoin यानी की क्रिप्टो सुरक्षित है या नहीं तो आपको बता दे की क्रिप्टो का इस्तेमाल अन्य कई देशो में किया जा रहा है लेकिन देख जाये तो क्रिप्टो का इस्तेमाल गलत कामो के लिए इस्तेमाल किया जाता है और अच्छे कामो के लिए भी स्तेमाल किया जाता है और क्रिप्टो करेंसी को सुरक्षित माना गया है अगर कोई भी सरकार इस पर rules and regulation लाती है तो यह करेंसी सुरक्षित मानी जाएगी.

क्या है bitcoin की future value :

दोस्तों जब 2009 में क्रिप्टो करेंसी को लांच किया गया था तब इसकी किम्मत लगभग जीरो थी फिर इसकी किम्मत धीरे धीरे बढती गयी और आज 2021 और 2022 में 1 bitcoin की किम्मत लगभग 40 लाख के ऊपर है इसकी प्राइस वैल्यू कम ज्यादा होते रहती है लेकिन अगर इसके भविष्य की बात करे तो विशेषज्ञों का मानना है क्रिप्टोकरेंसी यानी की bitcoin की किम्मत बड़ने वाली है

क्रिप्टो करेंसी की इस दुनिया में कोई भी क्रिप्टो करेंसी उछाल ले सकती है जैसे की आपने देखा होगा दुनिया के सबसे आमिर इन्सान एलोन मस्क ने अपने ट्विटर अकाउंट में dogecoin का जिक्र किया तो बड़े बड़े इन्वेस्टर ने dogecoin में निवेश किया थे वैसे ही कोई भी क्रिप्टो करेंसी क्या बिटकॉइन में निवेश करना सही है की किम्मत बड और घट सकती है.

Piotroski पियरोस्की स्कोर क्या है 4 1 1

क्या हमें bitcoin में निवेश करना चाहिए :

दोस्तों इस पूरी दुनिया में लगभग 5000 क्रिप्टो करेंसी है और करोडो लोग कोई ना कोई क्रिप्टो में कर रहे होते है क्रिप्टोकरेंसी में कुछ टॉप क्रिप्टोकरेंसी है जिनमे -bitcoin ,Ethereum ,cardano , binance , tether ,जैसे क्रिप्टो में लोग ज्यादा निवेश कर रहे है विशेषज्ञ की माने तो निवेशको में वैल्यू करेंसी में इन्वेस्ट करना चाहिए क्योकि यहाँ वोलाटिलिटी कम होती है जिससे निवेश को ज्यादा सुरक्षित माना जाता है हमारी राय यही होगी की आप bitcoin और Ethereum जैसे क्रिप्टो में निवेश कर सकते है कोशिस करे की जब क्रिप्टो की वैल्यू कम हो तब आपको निवेश करना सही रहेगा.

बिटकॉइन इतना महंगा क्यों है :

बिटकॉइन की किम्मत अभी 40 लाख के ऊपर है और अभी बिटकॉइन में गिरावट आई है क्योकि इसकी डिमांड कम हो गयी थी जैसे ही इसकी demand बढती है इसकी प्राइस भी बढती है जैसे आप जानते है बिजनेस में demand बढती है तो supply भी बढती है लेकिन बिटकॉइन के पुरे समय की बात करे तो इसकी demand बड़ी है क्योकि जब बिटकॉइन आया था तब इसकी किम्मत लगभग जीरो थी और आज 13 साल बाद 1 बिटकॉइन की किम्मत 40 लाख के पार पहुच चुकी है

यह ब्लाक चैन पर आधारित है जिसकी आने वाले समय में demand बहुत ज्यादा होने वाली है इसका उपयोग गलत कामो और अच्छे कामो में भी किया जाता है क्योकि इसका इस्तेमाल ब्लैकमनी, हवाला, ड्रग्स की खरीद-बिक्री, टैक्स चोरी और आतंकी गतिविधियों किया जाता है एसी बाते सुनने में आती रहती है अगर दुनिया के सारे transaction बिटकॉइन से होने लगे तो फ्यूचर में इसकी किम्मत करोड़ो में होगी.

Q : इंडिया की क्रिप्टो करेंसी कौन सी है?

Ans : इंडिया की कोई स्पेसिफिक क्रिप्टो करेंसी नहीं है

Q : कौन सी क्रिप्टोकरेंसी खरीदनी चाहिए?

Ans : जैसे की आप जानते है क्रिप्टोकरेंसी ने टॉप बिटकॉइन करेंसी ही है इसके साथ एथेरियम करेंसी भी दुसरे नंबर पर आती है ये 2 करेंसी में आप निवेश कर सकते है क्योकि इसकी demand फ्यूचर में बड़ने वाली है.

Q : सबसे सस्ती क्रिप्टो करेंसी कौन सी है?

Ans : सबसे सस्ती क्रिप्टो करेंसी शिबा इनु है जिसकी प्राइस अभी 0.002 है एक शिबा इनु की किम्मत है

Q : बिटकॉइन का मालिक कौन है?

Ans : बिटकॉइन का मालिक नहीं है यह ब्लाकचैन पर आधारित एक करेंसी है

Q : बिटकॉइन कौन से देश का है?

Ans : बिटकॉइन जापान की करेंसी है

Q : भारत में कितने क्रिप्टोकरेंसी निवेशक है?

Ans : भारत में अभी 10 करोड़ भारतीय निवेशक है जो क्रिप्टोकरेंसी में इन्वेस्ट किया है

बिटकॉइन में निवेश करने का सबसे आसान तरीका जानिये हिंदी में।

बिटकॉइन में निवेश करने का सबसे आसान तरीका जानिये हिंदी में। – नमस्कार, आज इस आर्टिकल में हम बात करेंगे की बिटकॉइन क्या है, आप कैसे ऑनलाइन बड़ी ही आसानी से बिटकॉइन में निवेश कैसे कर सकते है। बिटकॉइन में निवेश करने के लिए आपको किन किन चीजों की जरूरत होगी। तो चलिए जानते है बिटकॉइन के बारे….

आप में से अधिकतर लोगों ने Bitcoin का नाम तो सुना ही होगा, वैसे आपको बता दे की बिटकॉइन (Bitcoin) एक क्रिप्टोकरेंसी है और बिटकॉइन जैसी बहुत सारी करेंसी मार्केट में हैं, जो रेग्युलेट नहीं है लेकिन लोग इनमें जमकर पैसा निवेश कर रहे हैं। अभी जिस तरह बिटकॉइन (Bitcoin) की कीमत में उछाल आ क्या बिटकॉइन में निवेश करना सही है रहा है, उसने रिटेल इन्वेस्टर्स को बहुत लुभाया है।

बिटकॉइन में निवेश करने का सबसे आसान तरीका जानिये हिंदी में।

बिटकॉइन में निवेश करने का सबसे आसान तरीका जानिये हिंदी में।

आज से करीब एक साल पहले Bitcoin की कीमत इतनी नही थी जितनी की आज हो गयी है। हालाँकि एक साल पहले भी बिटकॉइन की कीमत काफी थी और जिसने आज से ठीक एक साल पहले बिटकॉइन खरीद लिया होगा, तो क्या बिटकॉइन में निवेश करना सही है उसके पैसे आज चार गुना हो गए होंगे। मतलब जिस व्यक्ति बिटकॉइन में 10 लाख रूपए इन्वेस्ट किये होंगे आज उसके वो 10 लाख 40 लाख हो गए।

बता दे की इस समय 1 Bitcoin की कीमत करीब 35 लाख रुपए है। इस कारण लोग इसकी तरफ काफी ज्यादा आकर्षित हो रहे है। जबकि लोग जानते है कि इस करेंसी को रेगुलेट नही किया जाता है मतलब इस पर कोई नियम कायदे लागू नही होते है, बता दे की Bitcoin को भारत में बैन करने की मांग होती रही है। यही नही गवर्मेंट ने एक बार फिर ऐसे संकेत दिए है कि इसे देश आने वाले समय में बैन किया जा सकता है। लेकिन इसके बावजूद Bitcoin बहुत तेजी से बढ़ता जा रहा है।

बता दे की बिटकॉइन (Bitcoin) एक क्रिप्टोकरेंसी है और Bitcoin जैसी कई सारी करेंसी बाजार में हैं, जो रेग्युलेट नहीं है लेकिन फिर इसमें लोगो द्वारा जमकर पैसा लगाया जा रहा है। इसलिए आज हम आपको बता रहे है उन तरीको के बारे में जिनसे आप Bitcoin जैसी करेंसी में इन्वेस्ट कर सकते है। इस जानकारी के लिए हम आपको प्रेरित नही कर रहे है कि आप बिटकॉइन में निवेश करे, क्योंकि पैसा आपका है और रिस्क भी आपका है।

क्या है बिटकॉइन ?
What is Bitcoin in Hindi

बिटकॉइन (Bitcoin) एक करेंसी है, लेकिन ये एक वर्चुअल करेंसी है। मतलब इसका कोई नोट नहीं होता है, जैसे की रुपए का होता है, और इस तरह की करेंसी कंप्यूटर में सेव रहती है और इन्हें क्रिप्टोकरेंसी Cryptocurrency कहा जाता है। यानि दूसरी करेंसी होती है जैसे रुपया या डॉलर इन्हें हम छू (Touch) कर सकते है। लेकिन बिटकॉइन को टच नही किया जा सकता है और इन्हें सिर्फ ऑनलाइन वॉलेट स्टोर करके ही रखा जा सकता है।

बिटकॉइन (Bitcoin) में निवेश करने के तरीके…

अगर आप बिटकॉइन में निवेश करना चाहते है तो ऐसा आप कुछ वेबसाइट के जरिये कर सकते है, और इन वेबसाइट या ऐप पर इनकी ताजा कीमत को भी देखा जा सकता है।

किन किन डॉक्यूमेंट्स की जरूरत पड़ेगी?

√ आपके पास एक बैंक अकाउंट होना चाहिए जो आपके नाम से हो।

√ आपके पास Pan Card का होना जरुरी है।

√ एक Email-id भी होना चाइये।

√ एक वैध पहचान पत्र का होना भी जरुरी है। जिसमे ड्राइविंग लाइसेंस, वोटर आईडी, आधारकार्ड, पैनकार्ड या पासपोर्ट हो सकता है।

तो Bitcoin में निवेश के लिए आपको इन चीज़ों की जरूरत होगी। जानकारी के लिए बता दे की सरकार क्रिप्टोकरंसी के रेगुलेशन के लिए एक बिल (Cryptocurrency and Regulation of Official Digital Currency Bill) लाने की तयारी कर रही है। बिल के द्वारा देश में क्रिप्टोकरंसी को बैन किया जा सकेगा। सरकार ऐसा इसलिए कर रही है तो इंवेस्टर को रिस्क न उठाना पड़े।

तो अब आपको अच्छे से समझ आ गया होगा की Bitcoin क्या है, बिटकॉइन में निवेश कैसे किया जा सकता है और इसके लिए आपको किन किन चीज़ों की जरूरत पड़ेगी। आशा करते है आपके लिए यह जानकारी उपयोगी साबित होगी, धन्यवाद….

—– देखिए वीडियो —–

जानिए अमीर बनने के लिए किसमें निवेश करना सही BitCoin या Gold?

जनता से रिश्ता वेबडेस्क :- Gold rate today सोना शुक्रवार को 47,527 रुपये प्रति 10 ग्राम के भाव पर ट्रेड कर रहा था। यह इसका एक महीने का न्यूनतम स्तर है। आज इसने 47460 रुपये का न्यूनतम और 47574 रुपये का उच्चतम स्तर छू लिया। दूसरी ओर सितंबर डिलीवरी वाली भी चांदी 78 रुपये की मामूली गिरावट के साथ 66920 रुपये प्रति किलो पर ट्रेड कर रही थी।

कोरोना संकट (Covid crisis) के दौर में लोगों को बहुत से सबक मिले हैं। जीवन के हर पहलू के बारे में कोरोना संकट (Covid crisis) के दौर से कुछ सीखने को मिला है। कोरोनावायरस संकट (Covid crisis) की सबसे महत्वपूर्ण सीख बचत और निवेश के बारे में है। जिन लोगों ने अपने पैसे का बुद्धिमत्ता से इस्तेमाल किया और पैसे से संबंधित फैसले सोच समझ कर लिए, कोरोना संकट (Covid crisis) की वजह से उनके लाइफस्टाइल पर कोई फर्क नहीं पड़ा। देश में कोरोनावायरस संक्रमण (Covid crisis) रोकने के लिए कड़ा लॉकडाउन किया गया था और इसकी वजह से बहुत से लोगों के जीवन यापन पर काफी असर देखा गया है।

कोरोना संकट की शुरुआत के बाद से ही लोगों ने निवेश के सुरक्षित विकल्पों का रुख करना शुरू कर दिया। इस वक्त सोने में किए गए निवेश से लोगों को अच्छा रिटर्न कमाने में मदद मिली। धीरे-धीरे सोने की चमक फीकी पड़ने लगी और क्रिप्टो करेंसी में निवेश से बेहतर रिटर्न मिलने लगा। अगर नए जमाने के निवेश की बात करें तो अब क्रिप्टो करेंसी में निवेश करने का क्रेज लगातार बढ़ रहा है।

इससे पहले सोने को शेयर बाजार के उतार-चढ़ाव से निपटने के लिए हेज की तरह प्रयोग किया जाता था। पिछले सालों में यह तरीका काफी प्रभावी रहा है। अब वास्तव में पिछले तरीके को चुनौती देने के लिए एक नया विकल्प बाजार में आ गया है। सोना वास्तव में ग्राहकों के लिए एक कीमती धातु है क्योंकि यह ज्वेलरी आदि के रूप में लोगों के पास रहता है और वह किसी संकट के समय इसका उपयोग कर सकते हैं।

सोने की भारी मांग के बाद भी इसकी आपूर्ति नियंत्रित रहती है। इस वजह से इस के भाव में तेजी दर्ज होती है। सोना बनाया नहीं जा सकता। कोई कंपनी नए शेयर जारी कर सकती है, केंद्रीय बैंक नोट छाप सकता है, लेकिन ऐसा सोने के साथ नहीं है। यह जमीन से खोदकर ही निकाला जाता है और उसके बाद इसका प्रोसेस किया जाता है। सोने का आयात अप्रैल-जून 2021 तिमाही के दौरान कई गुना बढ़कर 7.9 अरब डॉलर (58,572.99 करोड़ रुपये) हो गया।

बिटकॉइन (bitcoin) में निवेश करने की सलाह देने वाले लोगों का तर्क है कि यह ब्लॉकचेन आधारित क्रिप्टोकरंसी है जिसमें गोल्ड जैसी ही कुछ प्रॉपर्टीज है। बहुत से लोग बिटकॉइन को डिजिटल गोल्ड भी कहते हैं। इसकी वजह यह है कि अन्य ऐसेट क्लास के साथ इसका रिलेशनशिप कमजोर रहा है। सोने की तरह बिटकॉइन की भी संख्या सीमित होती है।

एलन मस्क ने नहीं, टेस्ला ने बेचा Bitcoin; समझें क्या रही वजह?

इसी साल फरवरी में टेस्ला ने बिटकॉइन में 1.5 अरब डॉलर के बड़े निवेश की घोषणा की थी.

एलन मस्क ने नहीं, टेस्ला ने बेचा Bitcoin; समझें क्या रही वजह?

बिटकॉइन के हालिया तेजी के लिए दुनियाभर के क्रिप्टो निवेशक एलन मस्क का शुक्रिया अदा करते हैं. मस्क की इलेक्ट्रिक व्हीकल कंपनी टेस्ला के निवेश से बिटकॉइन ने लगातार नए शिखर हासिल किए थे. हालांकि अब टेस्ला ने अपने बिटकॉइन होल्डिंग का 10% बेच दिया है. इस बारे में उठ रहे सवालों को लेकर खुद एलन मस्क ने ट्विटर पर खुद जवाब दिया. आइए समझते हैं क्या है टेस्ला द्वारा बिटकॉइन बेचे जाने का पूरा माजरा-

ट्विटर पर उठे थे सवाल

सोमवार शाम को टेस्ला द्वारा तिमाही नतीजों का ऐलान किया गया. इस रिपोर्ट से पता चला कि कंपनी ने करीब 272 मिलियन डॉलर के बिटकॉइन बेचे हो सकते हैं. इसके बाद ब्रस्तूल स्पोर्ट्स के फाउंडर डेव पोर्टनॉय ने ट्वीट कर एलन मस्क पर गंभीर सवाल उठाए थे. डेव ने कहा था कि अगर वो सही समझ रहे हैं तो एलन मस्क ने बिटकॉइन खरीदकर इसकी कीमतों में इजाफे को प्रोत्साहित किया और बाद में इसको बेचकर बड़ा मुनाफा बनाया. इसी ट्वीट पर एलन मस्क ने रिप्लाई कर स्थिति स्पष्ट की.

लिक्विडिटी साबित करने के लिए बेचा

एलन मस्क ने डेव पोर्टनॉय के इस आरोप का ट्वीट के माध्यम से ही जवाब देते हुए पहले स्पष्ट किया कि उन्होंने अपने पोर्टफोलियो से बिटकॉइन नहीं बेची है. उन्होंने बताया कि उनकी कंपनी टेस्ला ने अपनी होल्डिंग का 10% बिटकॉइन बेचा है. जिसका मकसद इस क्रिप्टोकरेंसी की लिक्विडिटी को साबित करना था. मस्क के अनुसार यह बैलेंस शीट पर कैश के विकल्प के तौर पर बिटकॉइन की योग्यता को मजबूत करने के लिए था.

हमे बिटकॉइन की लॉन्ग टर्म वैल्यू पर विश्वास है. अभी हमारे पास जो है हम उसको लंबे समय के लिए होल्ड करना चाहते हैं. हम अपने कस्टमर से भुगतान के तौर पर मिलने वाले बिटकॉइन को भी जमा करेंगे.

रेटिंग: 4.44
अधिकतम अंक: 5
न्यूनतम अंक: 1
मतदाताओं की संख्या: 484