सामान्य सर्दी और खांसी की समस्याओं से बचने के लिए आप हमेशा ठंड के मौसम में अदरक की चाय पी सकते हैं, जो कि साल के इस समय काफी प्रचलित हैं. जिंजरोल, जो अदरक की जड़ों में पाया जाता है, गले की खराश और जोड़ों की परेशानी को कम करने के लिए एक बेहतरीन उपाय है. सर्दियों के दौरान आप अदरक की चाय पी सकते हैं या शहद में डूबा हुआ अदरक का टुकड़ा खा सकते हैं.

Winter Diet: 6 जड़ी-बूटियां जो इस सर्दी में आपकी रोग प्रतिरोधक क्षमता को बूस्ट करेंगी, जानें उपयोग करने का आसान तरीका

What Is E Rupi Digital Currency? | e-RUPI Contactless Digital Payment Platform – NPCI | ई-रूपी डिजिटल करेंसी के फायदे (पूरी जानकारी)

What Is E Rupi Digital Currency :- भारतीय रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया के तरफ से एक ऐतिसहिक फैसला लिया गया है | इसके तहत भारतीय रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया के तरफ से डिजिटल करेंसी को लांच किया गया है | जो की भारतीय मुद्रा प्रणाली में एक बहुत बड़ा बदलाव है | इस Currency से आम लोगो को बहुत सारे फायदे होने वाले है | इसे पायलेट प्रोजेक्ट के तहत अभी फ़िलहाल कुछ जगहों पर लांच किया गया है |


What Is E Rupi Digital Currency जैसे की उनका परीक्षण पूरा होता है इसके बाद धीरे-धीरे देश के सभी जगहों पर इस्तेमाल शुरू कर दिया जायेगा | तो अगर आप इस Currency के बारे में पूरी जानकारी प्राप्त करना चाहते है तो इस post को पूरा जरुर पढ़े | इसके साथ ही इस Currency UPI से अलग कैसे है इसके बारे में भी निचे जानकारी दी गयी है | Digital Currency के बारे में पूरी जानकारी के लिए इस post को पूरा जरुर पढ़े|

What Is E Rupi Digital Currency

What Is E Rupi Digital Currency भारत सरकार के तरफ से एक डिजिटल करेंसी लांच किया गया है | जिसका नाम E Rupi Digital Currency रखा है |भारतीय रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया के तरफ से इस डिजिटल करेंसी को 1 दिसम्बर 2022 को लांच किया गया है | भारतीय रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया द्धारा खुदरा लेन – देन के लिए E Rupi Digital Currency को जारी किया गया है | जिससे दुकान से खुदरा की खरीदारी करने में लोगो को सहूलित हो सके |

What Is E Rupi Digital Currency की बात करे तो ये आपका डिजिटल करेंसी होगा | इसका इस्तेमाल आप डिजिटली कर सकते है | बैंक द्वारा इस Currency को रखने के लिए डिजिटल वॉलेट दिया जायेगा | इसके साथ ही अगर आप इस Currency को अपने डिजिटल वॉलेट में रखते है तो आपको ब्याज भी दिया जायेगा | वहीँ बात करे ऐसे आप अपने पैसे मोबाइल app में रखते है तो आपको किसी भी प्रकार खाता रखने की प्रणाली के प्रकार का ब्याज नहीं दिया जाता है |

RBI ने फिर बढ़ा दिया रेपो रेट, महंगा हो जाएगा लोन, बढ़ जाएगी EMI

RBI ने फिर बढ़ा दिया रेपो रेट, महंगा हो जाएगा लोन, बढ़ जाएगी EMI

HR Breaking News, डिजिटल डेस्क नई दिल्ली, रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) की ओर से बुधवार को मौद्रिक नीति समिति (Monetary Policy Committee- MPC) के फैसलों खाता रखने की प्रणाली के प्रकार का एलान किया गया है। एमपीसी ने इस बार भी महंगाई को काबू करने के लिए ब्याज दरों को बढ़ाने का फैसला खाता रखने की प्रणाली के प्रकार किया है। एमपीसी ने समीक्षा बैठक में रेपो रेट में इजाफा किया है।

मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) ने आज अपनी बैठक में liquidity adjustment facility (LAF) के तहत पॉलिसी रेपो दर को 35 आधार अंक या 0.35 प्रतिशत बढ़ाकर 6.25 प्रतिशत करने का निर्णय लिया है। आज हुई बढ़ोतरी को मिला दिया जाए तो पिछले सात महीनों में आरबीआई की ओर से ब्याज दरों में की गई पांचवीं वृद्धि है। केंद्रीय बैंक ने मई में 0.40 प्रतिशत, जून, अगस्त और सितंबर में 0.50-0.50-0.50 प्रतिशत की बढ़ोतरी की थी।

इस जीएसटी एक्ट की वजह से छोटे कारोबारियों को मिल सकती है बड़ी राहत, जानें क्यों?

इस जीएसटी एक्ट की वजह से छोटे कारोबारियों को मिल सकती है बड़ी राहत, जानें क्यों?

Goods Service Tax :छोटे व्यवसायों के लिए व्यापार करने में आसानी को बढ़ावा देने के लिए खाता रखने की प्रणाली के प्रकार और स्पष्ट रूप से मामूली अपराधों और कर्तव्य की जानबूझ इनकम टैक्स (Income Tax) चोरी के बीच अंतर करने के लिए, सरकार 5 वर्षों के बाद जीएसटी (GST) प्रावधानों के प्रमुख ओवरहालों में से एक की शुरुआत कर रही है. जिसकी वजह से छोटे कारोबारियों को बड़ी राहत मिल सकती है. सरकार की इस पहल से आपराधिक कार्यवाही शुरू करने की सीमा सीमा बढ़ने की संभावना है और साथ ही वर्तमान कंपाउंडिंग प्रावधानों पर भी फिर से विचार किया जाएगा. जिससे छोटे कारबारियों को ज्यादा परेशानियों का सामना न करना खाता रखने की प्रणाली के प्रकार पड़े.

जीएसटी से क्या बदला?

बता दें कि जीएसटी शुरू होने से पहले दंडात्मक प्रावधानों पर अधिक ध्यान देने के साथ कुछ पूर्व-जीएसटी कर व्यवस्था (जैसे सेवा कर, वैट) में या तो न्यूनतम या कोई आपराधिक प्रावधान नहीं थे. केंद्रीय उत्पाद शुल्क अधिनियम ने 3 साल से लेकर 7 साल तक जेल की शर्तों के साथ कठोर आपराधिक प्रावधानों को सूचीबद्ध किया. इन प्रावधानों को एक निश्चित सीमा से ऊपर कुछ सामान रखने या कुछ सामानों से निपटने जैसे अपराधों पर भी लागू किया गया था, जो जब्ती या आवश्यक जानकारी प्रदान करने में विफलता आदि के लिए उत्तरदायी हैं.

बता खाता रखने की प्रणाली के प्रकार दें कि केंद्रीय उत्पाद शुल्क अधिनियम ने गैर-अनुपालन के लिए कठोर दंडों का प्रावधान किया, जिसमें मौद्रिक दंड के साथ-साथ 3-7 साल के बीच कारावास जैसे आपराधिक प्रावधान शामिल थे. नियामकों के पास नीचे उल्लिखित परिस्थितियों के मामले में आपराधिक कार्यवाही शुरू करने का अधिकार है.

प्रवेश द्वार के पिलर को वाहन ने किया क्षतिग्रस्त

प्रवेश द्वार के पिलर को वाहन ने किया क्षतिग्रस्त

जादूगोड़ा। यूसील जादूगोड़ा आवासीय कॉलोनी स्थित मुख्य प्रवेश द्वार पर बनी पिलर से देर रात दूध लदा वाहन की टकराने से पिलर पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गयी। वहीं ड्यूटी में तैनात सुरक्षा कर्मियों ने बताया कि खाता रखने की प्रणाली के प्रकार खाता रखने की प्रणाली के प्रकार रोजाना यूसील कोलोनी में दूध की सप्लाई करने वाली वाहन अनियंत्रित होकर पिलर से टकरा गयी। इसके बाद वाहन मालिक द्वारा पिलर बनवा देने की बात कहे जाने के बाद वाहन को छोड़ दिया गया।

6 इम्यूनिटी-बढ़ाने वाली जड़ी-बूटियां जिन्हें अपनी विंटर डाइट में करें शामिल:

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1) तुलसी

तुलसी के पत्तों के गुण शरीर के सामान्य तापमान को बनाए रखने में मदद करते हैं, अच्छी सांस लेने को बढ़ावा देते हैं, पाचन को गति देते हैं और मन और शरीर को शांत करते हैं. तुलसी के पत्तों में लाभकारी वाष्पशील तेल और एंटीऑक्सीडेंट होते हैं जो वायरस, संक्रमण और एलर्जी से लड़ते हैं. तुलसी इस प्रकार सामान्य स्वास्थ्य और वेलबीइंग में सुधार के लिए सर्दियों के दौरान शामिल करने के लिए एक बेहतरीन जड़ी बूटी है.

2) हल्दी

हल्दी या करक्यूमिन सर्दियों की सेहत के लिए सभी गुणकारी जड़ी-बूटियों के बीच बहुत सारे औषधीय गुणों वाले सबसे अच्छे फूड्स में से एक है. आपने बहुत से लोगों को इस मुश्किल समय में करक्यूमिन खाने के फायदों की तारीफ करते खाता रखने की प्रणाली के प्रकार हुए सुना होगा, जब पूरी दुनिया कोरोनावायरस की समस्या से जूझ रही थी. यह असाधारण पौधा न्यूरोप्रोटेक्शन की आपकी क्षमता को बढ़ा सकता है और आपको वायरल बीमारियों से बचा सकता है. पौधा एंटीऑक्सिडेंट का एक अच्छा स्रोत है, जो आपके शरीर को बीमारियों से लड़ने में बेहतर तरीके से सक्षम होने में सहायता कर सकता है.

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