अचानक हुई भारी गिरावट को देखकर हैरानी हुई। ताइवान संघर्ष के बारे में अफवाहें थीं। अन्य किसी बाजार में गिरावट नहीं आई, लेकिन हमारे बाजार में भारी गिरावट आई। सभी ने सोचा, कि RBI के फैसले से पहले अनिश्चितता के कारण शायद डाउन-मूव था। लेकिन गिरावट इतनी तेज थी और ऐसी खबरें थीं, आरबीआई के कदम से रुपये में मामूली तेजी कि चीन एक सैन्य अभ्यास का प्रयास कर रहा है।

आरबीआई आरबीआई के कदम से रुपये में मामूली तेजी के कदम से रुपये में मामूली तेजी

भारतीय रिजर्व बैंक ने आम लोगों की सहूलियत के लिए भारत बिल पेमेंट सिस्टम (बीबीपीएस) का दायरा बढ़ा दिया है। इसके माध्यम से घर बैठे बच्चे की स्कूल फीस जमा की जा सकती है। दोबारा केवाइसी अपडेट कराने के लिए बैंक शाखा जाने की जरूरत नहीं होगी। केवाइसी की औपचारिकता ऑनलाइन पूरी जा सकती है। अभी तक बीबीपीएस आरबीआई के कदम से रुपये में मामूली तेजी से मर्चेंट रिकरिंग बिल भुगतान की ही सुविधा है।

07 Dec, 2022 | 23:23 pm

RBI के Repo Rate बढ़ाने का आपकी जेब पर पड़ेगा असर, जानिए कैसे

रिज़र्व बैंक ऑफ इंडिया ने आज रेपो रेट को 35 बेसिस पॉइंट्स बढ़ाकर 6.25% कर दिया है। इस बढ़ी हुई रेपो रेट का असर आपकी जेब पर भी पड़ने वाला है। कैसे? आइए जानते हैं।

07 Dec, 2022 | 13:02 pm

RBI ने फिर बढ़ाई रेपो रेट, 35 बेसिस प्वाइंट्स आरबीआई के कदम से रुपये में मामूली तेजी का इजाफा, आम जनता पर बढ़ा EMI का बोझ

रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने इस साल लगातार पांचवीं बार रेपो रेट में बढ़ोत्तरी कर दी है। RBI ने रेपो रेट को 0.35 फीसदी बढ़ाने का ऐलान किया है। अब रेपो रेट 5.90 प्रतिशत से बढ़कर 6.25 प्रतिशत हो जाएगा।

07 Dec, 2022 | 11:01 am

RBI ने लांच किया डिजिटल रुपया, जानिए खरीदने व यूज करने के तरीके

भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने आज भारत का डिजिटल रुपया (eRs-R) लांच कर दिया है। eRs-R को इश्यू करने और रिडीम करने का RBI खुद करेगा। वहीं डिस्ट्रिब्यूशन और पेमेंट से जुड़ी सर्विस की जिम्मेदारी बैंकों को दी गई है।

01 Dec, 2022 | 18:38 pm

रुपये में कैसे होगा अंतरराष्ट्रीय व्यापार? केंद्र सरकार का जोर क्यों

rbi

यूएस डॉलर (USD) के बजाय भारतीय रुपये (INR) में अंतरराष्ट्रीय व्यापार (International Trade) को बढ़ावा देने पर केंद्र सरकार ने अपने कदम बढ़ा दिए हैं. केंद्रीय वित्त मंत्रालय (Finance Ministry) इस पहल के तरीकों पर चर्चा करने के लिए देश के बैंकों, विदेश मंत्रालय और वाणिज्य मंत्रालयों सहित हितधारकों के साथ बैठक कर रहा है. बैठक में भारतीय रिजर्व बैंक (RBI), भारतीय बैंक संघ, बैंकों के प्रतिनिधि निकाय और उद्योग निकायों के प्रतिनिधि शामिल होंगे.

सूत्रों के हवाले से रिपोर्ट में कहा गया है कि बैंकों से कहा जाएगा कि वे निर्यातकों को रुपये के कारोबार पर बातचीत करने के लिए कहें. हालांकि, रूस-यूक्रेन युद्ध (Russia-Ukraine War) के बाद बदले अंतरराष्ट्रीय परिस्थितियों में भारत सरकार ने रुपये में कारोबार को बढ़ाने के विकल्प पर विचार तेज किया हुआ है. आइए, जानने की कोशिश करते हैं कि अंतरराष्ट्रीय व्यापार रुपये में कैसे हो सकता है? साथ ही सरकार क्यों इस पर जोर दे रही है?

SBI का बड़ा फैसला, अपने आरबीआई के कदम से रुपये में मामूली तेजी ब्याज को रेपो दर से जोड़ा, जानें क्या होगा असर

SBI का बड़ा फैसला, अपने ब्याज को रेपो दर से जोड़ा, जानें क्या होगा असर

मुंबई। भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) ने अपनी जमा दरों और छोटी अवधि के कर्ज की दरों को भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) की रेपो दर से जोड़ने की घोषणा की है। यह अपनी तरह का पहला मामला है, जब किसी बैंक ने अपनी ब्याज दर को रेपो आरबीआई के कदम से रुपये में मामूली तेजी दर से जोड़ा है। बैंक ने कहा कि नई दरें एक मई से प्रभावी होंगी। नई दर का लाभ हालांकि उन्हीं बचत कर्ताओं को मिलेगा, जिनका अकाउंट बैलेंस एक लाख रुपये से अधिक है।

बैंक के इस कदम से आरबीआई की नीतिगत ब्याज दर में होने वाली कटौती या बढ़ोतरी को ग्राहकों तक पहुंचाने की प्रक्रिया में तेजी आएगी। बैंक अब तक आरबीआई की दरों में कटौती का लाभ ग्राहकों तक तुरंत नहीं पहुंचा पा रहे थे, जिस पर आरबीआई ने कई बार नाराजगी जताई थी। बैंक ने एक बयान में कहा कि हम जमा दर और छोटी अवधि के ऋण की ब्याज दर को आरबीआइ की रेपो दर आरबीआई के कदम से रुपये में मामूली तेजी से जोड़ने में अग्रणी रहे हैं।

RBI की ब्याज दर का फैसला! उतार-चढ़ाव के लिए रहें तैयार!- आज का शेयर मार्केट

ओपनपेड होल्डिंग्स को अपनी 100% हिस्सेदारी बेचने के एग्रीमेंट के ख़त्म होने के बाद एक्सिस बैंक (Axis Bank) अपनी यूके की सहायक कंपनी को बंद कर देगा। मार्च 2021 में, एक्सिस बैंक ने एक्सिस बैंक यूके में 100% हिस्सेदारी की बिक्री के लिए ओपनपेड होल्डिंग्स के साथ शेयर परचेज एग्रीमेंट में प्रवेश करने के बारे में एक्सचेंजों को सूचित किया था।

ब्रिटानिया इंडस्ट्रीज (Britannia Industries) ने कहा, कि उसका कंसोलिडेटेड नेट प्रॉफिट वित्त वर्ष 2023 की अप्रैल-जून क्वार्टर में 13.24% से गिरकर 335.74 करोड़ रुपये रह गया। कंपनी ने एक साल पहले अप्रैल-जून क्वार्टर में 387.01 करोड़ रुपये का नेट प्रॉफिट कमाया था।

क्या उम्मीद करें?

निफ्टी एक छोटे गैप-अप के साथ 17,350 पर खुला और 17,380 के करीब प्रतिरोध के बाद गिर गया। सुबह 11 बजे तक गिरावट जारी रही और फिर रिकवरी शुरू हुई। V - आकार की रिकवरी हुई और इंडेक्स अंतिम घंटे में 43 पॉइंट्स या 0.25% की बढ़त के साथ 17,388 पर बंद हुआ।

बैंक निफ्टी 38,015 के गैप-अप के साथ खुला और नीचे चला गया। उबरने के कई असफल प्रयास हुए, लेकिन मजबूत प्रतिरोध था। बैंक निफ्टी ने अंतत: रैली की और 37,989 पर फ्लैट बंद हुआ

IT में 1.4% की बढ़त हुई।

अमेरिकी बाजार मामूली गिरावट के साथ बंद हुए, लेकिन यूरोपीय बाजार तेजी के साथ बंद आरबीआई के कदम से रुपये में मामूली तेजी हुए।

एशियाई बाजार हरे निशान में कारोबार कर रहे हैं। यूएस फ्यूचर्स और यूरोपीय फ्यूचर्स उच्च कारोबार कर रहे हैं।

बढ़ी ब्याज दरों से आर्थिक तेजी नहीं थमेगी: आरबीआई

16 सितंबर 2010
वार्ता

मुंबई। भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने कहा है कि अल्पकालिक ऋण दरों में बढोत्तरी से देश का आर्थिक विकास प्रभावित नहीं होगा।

बैंक ने आज यहां मौद्रिक आरबीआई के कदम से रुपये में मामूली तेजी नीति की तिमाही मध्यावधि समीक्षा की घोषणा करते हुए अपनी प्रमुख आधार ब्याज दरों रेपो में 0.25 और रिवर्स रेपो में 0.5 प्रतिशत की वृद्धि कर दी। इसके साथ ही अब रेपो दर बढकर 6 फीसदी और रिवर्स रेपो दर बढकर 5 फीसदी हो गयी है। यह दरें तत्काल प्रभाव से लागू हो गयी हैं।

हालांकि बैंक ने नकद आरक्षित अनुपात को यथावत बनाए रखा है।

बैंक ने प्रमुख आधार दरों में बढोत्तरी को जायज ठहराते आरबीआई के कदम से रुपये में मामूली तेजी हुए कहा कि देश और विदेश के मौजूदा आर्थिक परिदृश्य को देखते हुए उसने यह कदम उठाया है। आरबीआई ने कहा कि इसमें दो राय नहीं कि देश का आर्थिक विकास पटरी पर आ रहा है लेकिन तमाम कोशिशों के बावजूद मंहगाई बढ़ रही है। इसे काबू करना जरूरी है। मुद्रास्फीति पर लगाम लगाने के लिए आर्थिक तंत्र में पूंजी के अति प्रवाह को रोकना आवश्यक है।

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