Photo:FILE Tamilnad Mercantile Bank

भारी उतार-चढ़ाव के बीच सेंसेक्स 51,000 के पार हुआ बंद, जानें कौन सा स्टॉक हुआ सबसे मजबूत

Share Market Today: कोटक बैंक, एक्सिस बैंक, बजाज ऑटो, टेक महिंद्रा, अल्ट्राटेक सीमेंट और पावरग्रिड के शेयर भी फायदे में रहे.

एचडीएफसी, बजाज फाइनेंस, ओएनजीसी और भारती एयरटेल के शेयरों में गिरावट रही. (PTI)

Share Market Today: वैश्विक बाजारों के कमजोर रुख और मासिक वायदा एवं विकल्प अनुबंधों के निपटान के बीच आज उतार-चढ़ाव भरे कारोबार में सेंसेक्स (Sensex) 98 अंक की तेजी आई. पीटीआई की खबर के मुताबिक, बीएसई (BSE) का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 97.70 अंक यानी 0.19 प्रतिशत की बढ़त के साथ 51,115.22 अंक पर बंद हुआ. वहीं नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 36.40 अंक यानी 0.24 प्रतिशत की बढ़त के साथ 15,337.85 अंक पर पहुंच गया.

एसबीआई का शेयर सबसे ज्यादा हुआ मजबूत

खबर के मुताबिक, सेंसेक्स (Sensex) में शामिल कंपनियों में एसबीआई का शेयर सबसे ज्यादा करीब तीन प्रतिशत चढ़ गया. कोटक बैंक, एक्सिस बैंक, बजाज ऑटो, टेक महिंद्रा, अल्ट्राटेक सीमेंट और पावरग्रिड के शेयर भी फायदे में रहे. वहीं दूसरी ओर एचडीएफसी, बजाज फाइनेंस, ओएनजीसी और भारती एयरटेल के शेयरों में गिरावट रही.

आईटी शेयर लगातार दूसरे दिन मांग में रहे

रिलायंस सिक्योरिटीज के रणनीति प्रमुख विनोद मोदी ने कहा कि वायदा और विकल्प निपटान के बीच उतार-चढ़ाव भरे कारोबार में घरेलू शेयर बाजारों ने जुझारू क्षमता दिखाई और कारोबार सीमित दायरे में रहा. आईटी शेयर लगातार दूसरे दिन मांग में रहे. मोदी ने कहा कि शॉर्ट कवरिंग की वजह से भी कुछ काउंटर को समर्थन मिला.

इंटरनेशनल मार्केट का रुझान

अन्य एशियाई बाजारों में हांगकांग का हैंगसेंग, दक्षिण कोरिया का कॉस्पी और जापान का निक्की नुकसान में रहे. चीन के शंघाई कम्पोजिट में लाभ रहा. दोपहर के कारोबार में यूरोपीय बाजार नुकसान में थे. इस बीच, अंतरराष्ट्रीय बेंचमार्क ब्रेंट कच्चा तेल 0.77 प्रतिशत के नुकसान से 68.20 डॉलर प्रति बैरल पर कारोबार कर रहा था.

तमिलनाड मर्केंटाइल बैंक के IPO में निवेश करने वाले निवेशकों को निराशा हाथ लगी, नुकसान के साथ सूचीबद्ध हुआ Stock

वहीं बीएसई पर यह 510 रुपये के निर्गम मूल्य पर ही सूचीबद्ध हुआ। बाद में यह 519 रुपये के ऊंचे स्तर और 487 रुपये के निचले स्तर तक गया।

Alok Kumar

Edited By: Alok Kumar @alocksone
Updated on: September 15, 2022 13:40 IST

Tamilnad Mercantile Bank- India TV Hindi

Photo:FILE Tamilnad Mercantile Bank

Highlights

  • आईपीओ को पूरा अभिदान मिला था
  • मूल्य दायरा 500 से 525 रुपये प्रति शेयर था
  • खुदरा निवेशक श्रेणी में 2.15 गुना अभिदान मिला था

तमिलनाड मर्केंटाइल बैंक का शेयर बृहस्पतिवार को शेयर बाजार में नुकसान के साथ सूचीबद्ध हुआ। एनएसई पर बैंक के शेयर में 510 रुपये प्रति शेयर के निर्गम मूल्य की तुलना में करीब तीन फीसदी की गिरावट आई। एनएसई पर बैंक का शेयर 495 रुपये पर सूचीबद्ध हुआ जो निर्गम मूल्य से 2.94 फीसदी कम है। वहीं बीएसई पर यह 510 रुपये के निर्गम मूल्य पर ही सूचीबद्ध हुआ। बाद में यह 519 रुपये के ऊंचे स्तर और 487 रुपये के निचले स्तर तक गया। तमिलनाड मर्केंटाइल बैंक के आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (आईपीओ) को पिछले हफ्ते निर्गम के अंतिम दिन 2.86 गुना अभिदान मिला था। कंपनी के 831.6 करोड़ रुपये के आईपीओ के लिए मूल्य दायरा 500 से 525 रुपये प्रति शेयर रखा गया था।

आईपीओ को पूरा अभिदान मिला था

तमिलनाड मर्केंटाइल बैंक के 831.6 करोड़ रुपये के आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (आईपीओ) को पूर्ण अभिदान मिला था। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज पर उपलब्ध आंकड़ों के अनुसार, आईपीओ के तहत 87,12,000 शेयरों की पेशकश पर 88,32,292 शेयरों के लिए बोलियां मिलीं। खुदरा व्यक्तिगत निवेशक (आरआईआई) श्रेणी में 2.15 गुना अभिदान मिला। वहीं पात्र संस्थागत खरीदार श्रेणी में 73 प्रतिशत तथा गैर-संस्थागत निवेशक श्रेणी में 84 प्रतिशत अभिदान मिला। कंपनी के 1.58 करोड़ इक्विटी शेयरों के आईपीओ के लिए मूल्य दायरा 500 से 525 रुपये प्रति शेयर रखा गया है।

मूल्य दायरा 500-525 रुपये प्रति शेयर था

निजी क्षेत्र के तमिलनाड मर्केंटाइल बैंक ने अपने 832 करोड़ रुपये के आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (आईपीओ) के लिए प्रति शेयर 500-525 रुपये का मूल्य दायरा तय किया था। आईपीओ पांच सितंबर को खुला और सात सितंबर को बंद हुआ। आईपीओ दस्तावेज के अनुसार निर्गम के तहत 1.58 करोड़ नए शेयर जारी किए गए थे। तूतीकोरिन स्थित बैंक नए निर्गम से प्राप्त आय का उपयोग भविष्य की पूंजी आवश्यकताओं को पूरा करने और अपने टियर-I पूंजी आधार को बढ़ाने के लिए करने की घोषणा किया था। तमिलनाड मर्केंटाइल बैंक, देश के सबसे पुराने निजी क्षेत्र के बैंकों में से एक है। यह मुख्य BSE ऐप के फायदे और नुकसान रूप से सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्योगों (एमएसएमई), कृषि एवं खुदरा ग्राहकों को बैंकिंग और वित्तीय सेवाएं मुहैया कराता है।

सरकारी बैंकों के निजीकरण से नुकसान, इस मामले में ध्यान से बढ़ना होगा आगे: RBI

सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों के बड़े पैमाने पर निजीकरण से फायदे से अधिक नुकसान हो सकता है. भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने अपने एक लेख में आगाह करते हुए सरकार को इस मामले में ध्यान से आगे बढ़ने की सलाह दी है.

सरकारी बैंकों के निजीकरण से नुकसान, इस मामले में ध्यान से बढ़ना होगा आगे: RBI

सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों के बड़े पैमाने पर निजीकरण से फायदे से अधिक नुकसान हो सकता है. भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने अपने एक लेख में आगाह करते हुए सरकार को इस मामले में ध्यान से आगे बढ़ने की सलाह दी है. आरबीआई के बुलेटिन में प्रकाशित एक लेख में कहा गया है कि निजी क्षेत्र के बैंक (पीवीबी) लाभ को अधिकतम करने में अधिक कुशल हैं. जबकि, सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों ने वित्तीय समावेशन को बढ़ावा देने में बेहतर प्रदर्शन किया है.

सतर्क दृष्टिकोण की जरूरत: RBI

लेख में कहा गया है कि निजीकरण कोई नई अवधारणा नहीं है और इसके फायदे और नुकसान सबको पता है. इसमें आगे कहा गया है कि पारंपरिक दृष्टि से सभी दिक्कतों के लिए निजीकरण प्रमुख समाधान है. जबकि, आर्थिक सोच ने पाया है कि इसे आगे बढ़ाने के लिए सतर्क दृष्टिकोण की जरूरत है.

लेख में कहा गया है BSE ऐप के फायदे और नुकसान कि सरकार की तरफ से निजीकरण की ओर धीरे-धीरे बढ़ने से यह सुनिश्चित हो सकता है कि वित्तीय समावेशन और मौद्रिक संचरण के सामाजिक उद्देश्य को पूरा करने में एक शून्य की स्थिति नहीं बने. लेख में कई अध्ययनों का हवाला देते हुए कहा गया है कि सरकारी बैंकों ने कार्बन उत्सर्जन कम करने वाले उद्योगों में वित्तीय निवेश को उत्प्रेरित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है. इस तरह ब्राजील, चीन, जर्मनी, जापान और यूरोपीय संघ जैसे देशों में हरित बदलाव को प्रोत्साहन मिला है.

2020 में सरकार ने किया था बैंकों का मर्जर

गौरतलब है कि सरकार ने 2020 में 10 राष्ट्रीयकृत बैंकों का चार बड़े बैंकों में विलय कर दिया था. इससे सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों की संख्या घटकर 12 रह गई है, जो 2017 में 27 थी. केंद्रीय बैंक ने कहा कि लेख में व्यक्त विचार लेखक के हैं और ये आरबीआई के विचार नहीं हैं.

इसके अलावा आपको बता दें कि देश में महंगाई लगातार ऊंचे स्तर पर बनी हुई है और आने वाले समय में इसे काबू में लाने के लिए उपयुक्त नीतिगत कदम की जरूरत है. भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के बुलेटिन में प्रकाशित एक लेख में यह कहा गया है.

उपभोक्ता मूल्य सूचकांक आधारित खुदरा BSE ऐप के फायदे और नुकसान मुद्रास्फीति जुलाई में नरम होकर 6.71 फीसदी रही है. मुख्य रूप से खाने का सामान सस्ता होने से महंगाई घटी है. रिजर्व बैंक ने मुद्रास्फीति को नियंत्रित करने के लिए नीतिगत दर यानी रेपो में लगातार तीन मौद्रिक नीति समीक्षा में 1.40 फीसदी की वृद्धि की है. महंगाई दर लगातार सात महीने से केंद्रीय बैंक के संतोषजनक स्तर से ऊपर बनी हुई है.

Share Market में करना चाहते हैं ट्रेड, ट्राई करें ये Apps

Share Market

शेयर मार्केट (Share Market) में ट्रेड करना सबके लिए आसान नहीं होता है। इसके लिए शेयर मार्केट की अच्छी समझ बहुत जरूरी है। अगर आप शेयर मार्केट को अच्छे से नहीं समझते हैं, तो यहां पर आपको मुनाफा से ज्यादा नुकसान ही हो सकता है। ऐसे में शेयर मार्केट में पैसा लगाने से पहले अपने स्मार्टफोन्स में शेयर मार्केट से जुड़े कुछ ऐप्स डाउनलोड कर लीजिए, इससे आपको शेयर मार्केट को समझने में काफी मदद मिलेगी। साथ ही, यह भी जान पाएंगे कि कब आपको इंवेस्ट करना चाहिए और कब नहीं।

5paisa (5 पैसा)
5paisa app की मदद से आप स्टॉक मार्केट ट्रेडिंग (Stock Market Trading) एप्लीकेशन है। यह आपको स्टॉक मार्केट को समझने में आपकी मदद करेगा। इसकी मदद से एनएसई (NSE), बीएसई (BSE) और एमसीएक्स मार्केट से लाइव अपडेट रहने के साथ स्टॉक मार्केट के ट्रेंड्स को अच्छे से एनालाइज कर पाएंगे। अगर आप इस मार्केट में नए हैं, तो फिर यहां पर वीडियोज के जरिए शेयर मार्केट में इंवेस्टमेंट के तरीकों के बारे में सीखे सकते हैं।

अच्छी बात यह है कि यहां पर आपको एक्सपर्ट के टिप्स भी मिलेंगे। इससे आपको यह समझने में आसानी होगी कि अब आपको स्टॉक ( Stock) खरीदना चाहिए और कब बेचना चाहिए। इसमें एक रोबो इंवेस्टमेंट एडवाइजर (Robo Investment BSE ऐप के फायदे और नुकसान Advisor) फीचर है, जो आपकी जरूरत और रिस्क के हिसाब से पोर्टफोलियो तैयार करने में मदद करेगा। इसके अलावा, म्यूचुअल BSE ऐप के फायदे और नुकसान BSE ऐप के फायदे और नुकसान फंड्स (Mutual Fund), डिजिटल गोल्ड, इंश्योरेंस आदि के बारे में जानकारी हासिल कर सकते हैं। इस ऐप को android और ios डिवाइस के लिए डाउनलोड कर सकते हैं।
https://play.google.com/store/apps/details?id=com.fivepaisa.trade

myCAMS Mutual Fund App (माईकैम्स म्यूचुअल फंड ऐप)
अगर आप म्यूजुअल फंड्स (Mutual Fund) में इंवेस्ट करना चाहते हैं, तो इस ऐप को ट्राई कर सकते हैं। इस सिंगल प्लेटफॉर्म के जरिए मल्टीपल म्यूचुअल फंड्स स्कीम में इंवेस्ट कर सकते हैं। यहां पर आपको कई तरह के फीचर्स मिलते हैं, जैसे कि पिन और पैटर्न लॉगइन के साथ म्यूचुअल फंड पोर्टफोलियो को देख सकते हैं, नया फोलियो ओपन कर सकते हैं, पर्चेज, रीडीम, स्विच और एसआईपी (SIP) जैसे ऑप्शंस दिए गए हैं।

यहां पर अपने म्यूजुअल फंड (Mutual Fund) के लिए ट्रांजैक्शन को शेड्यूल कर सकते हैं। मायवॉच लिस्ट में अपने इंवेस्टमेंट स्कीम को जोड़ कर उसके परफॉर्मेंस की मॉनीटरिंग कर सकते हैं। इसमें सिक्योरिटी के 2फैक्टर ऑथेंटिकेशन की सुविधा दी गई है। इस ऐप को android और ios डिवाइस के लिए डाउनलोड कर सकते हैं।
https://play.google.com/store/apps/details?id=com.KCamsApp&hl=en_IN&gl=US

Stock Edge (स्टॉक एज)
यह रिसर्च और एनालिटिक्स पर आधारित शेयर मार्केट (Share Market)ऐप है। इसकी मदद से शेयर मार्केट में इंवेस्टमेंट को समझना आसान हो जाएगा। यह एनएसई (NSE)और बीएसई (BSE)के डाटा पर आधारित है। यह इंवेस्टर को बेहतर डिसीजन लेने में मदद करता है।

30 सितंबर तक निपटाएं डीमैट अकाउंट से जुड़े ये काम, वरना होगी बड़ी परेशानी!

डिंपल अलावाधी

Demat account: टाइम बेस्ड वन टाइम पासवर्ड (TOTP) टीओटीपी ऐप द्वारा उत्पन्न होता है। TOTP एक छोटी अवधि के लिए वैध होता है, आमतौर पर 30 सेकंड के लिए।

Demat account holders enable two factor authentication by 30 September

नई दिल्ली। अगर आप भी शेयरों में निवेश करते हैं, तो सावधान हो जाएं। अगर आप इस महीने के अंत तक यानी 30 सितंबर 2022 तक टू फैक्टर ऑथेंटिकेशन एनेबल नहीं करते हैं, तो डीमैट अकाउंटहोल्डर्स (Demat account) को अपने खातों में लॉग इन करने में दिक्कत हो सकती है। इस संदर्भ में नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) ने इस साल 14 जून को सर्कुलर भी जारी किया था।

हालांकि इसमें इस बारे में कुछ भी नहीं बताया गया कि अगर कोई डीमैट अकाउंटहोल्डर दी गई तारीख तक टू-फैक्टर ऑथेंटिकेशन को सक्षम नहीं करता है, तो क्या होगा, लेकिन सर्कुलर में कहा गया है कि लॉग इन करने के लिए ऑथेंटिकेशन फैक्टर्स में से किसी एक के लिए सदस्य बायोमेट्रिक ऑथेंटिकेशन का इस्तेमाल करें।

दूसरा नौलेज फैक्टर (knowledge factor) हो सकता है, कुछ ऐसा जो सिर्फ उपयोगकर्ता ही जानते हैं, जैसे पासवर्ड या पिन। या एक पोजेशन फैक्टर, कुछ ऐसा जो सिर्फ उपयोगकर्ता के पास हो, जैसे स्मार्टफोन या डेस्कटॉप पर वन टाइम पासवर्ड (ओटीपी), सिक्योरिटी टोकन या स्मार्टफोन और डेस्कटॉप में ऑथेंटिकेटर ऐप।

2FA लॉग इन
ऐसे मामलों में जहां बायोमेट्रिक प्रमाणीकरण संभव नहीं है, सदस्य 2-कारक प्रमाणीकरण (2FA) के लिए उपयोगकर्ता आईडी के अलावा उपरोक्त दोनों कारकों का उपयोग करें। यह ध्यान दिया जाना चाहिए कि उपर्युक्त प्रमाणीकरण क्लाइंट द्वारा आईबीटी और एसटीडब्ल्यूटी में प्रत्येक लॉग इन सेशन पर लागू किया जाएगा। एनएसई नोटिस में कहा गया है कि उपरोक्त दिशानिर्देशों को 30 सितंबर 2022 तक लागू किया जाएगा।

ऑनलाइन स्टॉकब्रोकर जेरोधा (Zerodha) की वेबसाइट के अनुसार, 'नए एक्सचेंज नियमों के अनुसार, 30 सितंबर 2022 से पहले अपने खाते में TOTP 2Factor लॉग इन सक्षम करना अनिवार्य है। ऐसा न करने पर, आप Kite (इसके इन-हाउस ऑनलाइन ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म) में लॉग इन नहीं कर पाएंगे।'

रेटिंग: 4.75
अधिकतम अंक: 5
न्यूनतम अंक: 1
मतदाताओं की संख्या: 637